की मोदी सरकार को सलाह, विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे भगोड़े अगर पैसा लौटाने को तैयार, तो क्यों न नरमी बरती जाये राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पर आम लोगों और संगठन के बीच संवादहीनता और समन्वय के अभाव का आरोप लगता है. लेकिन यह सच नहीं है. कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में कांग्रेस मुख्यालय में भी जनता दरबार लगाया जाता था. हालांकि वह कोरोना की विषम परिस्थितियों में रूक गयी थी. नवनियुक्त प्रभारी और सह-प्रभारी उमंग सिंघार के निर्देश पर तय किया गया है कि हर शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में जन-सुनवाई होगी. इस दौरान जनता की समस्याओं का निदान करने का पार्टी प्रयास करेगी. जनता दरबार में बारी-बारी से मंत्री उपस्थित रहेंगे और समस्याओं को अधिकारियों तक पहुंचा कर खत्म करने की कोशिश होगी. यह भी फैसला हुआ है कि कांग्रेस कोटे के एक मंत्री एक माह में छह जिलों का दौरा करेंगे. इसकी शुरूआत हो गयी है. मंत्री बादल पत्रलेख आज गढ़वा गये हैं. गुरूवार को आलमगीर आलम रामगढ़ और हजारीबाग जाएंगे. जल्द ही डॉ रामेश्वर उरांव सिमडेगा और गुमला का दौरा करेंगे. इस तरह के दौरे से कांग्रेस पार्टी जनता से सीधे-सीधे रूबरू होगी. इससे जनता और संगठन के बीच समन्वय स्थापित होगा. इसे भी पढ़ें-अखिलेश">https://lagatar.in/akhilesh-yadav-jayant-chaudharys-press-conference-saying-that-the-election-is-of-brotherhood-versus-bjp-rained-on-yogis-statement-that-calms-the-heat/">अखिलेश
यादव-जयंत चौधरी की प्रेस कॉन्फ्रेंस, कहा, चुनाव भाईचारा बनाम भाजपा का, योगी के गर्मी शांत करने वाले बयान पर बरसे आलमगीर आलम ने कहा कि प्रभारी और सह प्रभारी के तीन दिवसीय दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं के साथ लंबी बैठकें चली. कार्यकर्ताओं ने खुलकर कहा कि सरकार और संगठन के बीच कॉर्डिनेशन की कमी है. इसपर चर्चा के बाद प्रभारी के निर्देश पर कांग्रेस मंत्रियों ने जिलों का दौरा करने का फैसला किया है. आलमगीर ने कहा कि जनता की सरकार से काफी अपेक्षाएं हैं. उन अपेक्षाओं को पूरा करने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी.
पंचायत चुनाव और भोजपुरी-मगही विवाद पर बोले आलमगीर
पंचायत चुनाव को लेकर पूछे सवाल पर आलमगीर ने कहा कि कोरोना की वर्तमान परिस्थिति में यह चुनाव कराना संभव नहीं था. इस कारण सरकार ने पंचायत को दो बार एक्सटेंशन देने का काम किया.अब सारी प्रक्रिया करके चुनाव आयोग को दे दिया गया है. अब आयोग को तय करना है कि चुनाव कब कराना है. धनबाद और बोकारो में भोजपूरी और मगही भाषा को लेकर उठे विवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार के समक्ष यह संज्ञान है. जल्द ही इसपर उचित फैसला लिया जाएगा. इसे भी पढ़ें- बोकारो">https://lagatar.in/bokaro-two-day-strike-of-ten-central-unions-from-february-28/">बोकारो: दस केंद्रीय यूनियनों की दो दिवसीय हड़ताल 28 फरवरी से [wpse_comments_template]

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