Ranchi: रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (JDA) ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखकर फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाने की मांग की है. साथ ही रिम्स में यथाशीघ्र जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन लगाने की भी मांग की. रिम्स जेडीए ने पत्र में कहा है कि कोविड-19 की लहर प्रारंभ हो चुकी है. इससे ज्यादातर प्रभावित फ्रंटलाइन वर्कर हो रहे हैं. रिम्स के 100 से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर्स कोविड संक्रमित हो चुके हैं. फ्रंटलाइन वर्कर्स के पॉजिटिव होने से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाएगी. जिससे कोविड मरीजों के इलाज में बाधा उत्पन्न हो जाएगी. इसको देखते हुए सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोविड की बूस्टर डोज देकर उन्हें सुरक्षित करना चाहिए. ताकि कोविड मरीजों के इलाज में कोई बाधा नहीं हो.
इसके अलावा रिम्स जेडीए ने कोविड के नए वैरिएंट का पता लगाने के लिए बहुत पहले से ही जीनोम मशीन की मांग कर रही है. जिसे अभी तक रिम्स को उपलब्ध नहीं कराया गया है. वर्तमान में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि मिल रहे मरीजों में ओमीक्रॉन के लक्षण हो सकते हैं. इसलिए जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन की स्थापना की जानी चाहिए.
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ट्यूटर के विभिन्न पदों पर होने वाली नियुक्ति स्थगित
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए रिम्स के विभिन्न विभागों में ट्यूटर के लिए होने वाली नियुक्ति को स्थगित कर दिया गया है. कार्यकारिणी समिति ने बैठक कर इस आलोक में निर्णय लिया है. 24 दिसंबर को वॉक इन इंटरव्यू के लिए विज्ञापन निकाला गया था. 5 जनवरी को इंटरव्यू आयोजित होनी थी. जिसे स्थगित कर दिया गया है.
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