क्या है योजना की खासियत
- पुराने मरीजों को 12 महीने और नए मरीजों को छह महीने की उपचार अवधि तक प्रति माह 500 रुपये देने का प्रावधान किया गया है. - राज्य स्वास्थ्य विभाग की पहल पर केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद देश का पहला राज्य बन गया है, जो अब घर-घर जाकर कुष्ठ मरीजों की खोज कर रहा है. - राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम (एनएलईपी) के तहत राज्य में कुष्ठ रोग का बोझ कम करने, विकलांगता को कम करने और जनता को जागरूक करने के लिए काम किया जा रहा है.स्पर्श कुष्ठ जागरुकता अभियान और कुष्ठ खोज अभियान
- राज्य से कुष्ठ के उन्मूलन को लक्ष्य रखते हुए, स्पर्श कुष्ठ जागरुकता अभियान और कुष्ठ खोज अभियान शुरू किए गए हैं. - यह अभियान 30 जनवरी को शुरू हुआ और 14 फरवरी तक चलेगा. - स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने बताया कि सभी जिलों में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है और लगभग 13,500 गांवों में कुष्ठ खोज अभियान चलाया जा रहा है. इसे भी पढ़ें – अवैध">https://lagatar.in/foreign-minister-said-in-rajya-sabha-the-issue-of-deporting-illegal-immigrants-is-not-new-747-were-sent-in-2009/">अवैधप्रवासियों को डिपोर्ट करने का मामला नया नहीं, 2009 में 747 को भेजा गया था : विदेश मंत्री हर खबर के लिए हमें फॉलो करें Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q
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