- झारखंड राज्य के गठन के पक्ष में मैंने भी मतदान किया
- राज्य में क्षमता के साथ काम करने की भी है ताकत
Ranchi: राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि झारखंड देश में कहीं भी कम नहीं है. इस राज्य में क्षमता भी है, काम करने की ताकत भी है. राज्य की नींव जनआकांक्षाओं को मजबूत करने के लिए रखी गई. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शी सोंच के के कारण झारखंड का गठन हुआ.
राज्यपाल राज्य स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जिस समय झारखंड राज्य का गठन हुआ, उस समय मैं लोकसभा का सदस्य था, झारखंड के गठन के पक्ष में मैंने भी मतदान किया. इस वीर भूमि ने अनेक सपूत दिए हैं. जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया.
पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है
राज्यपाल ने कहा कि बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में पूरे देश में मनाई जा रही है. वर्ष 2000 में जनआकांक्षाओं के अनुरूप झारखंड अस्तित्व में आया. दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने इस प्रदेश के लिए अपनी जीवन सर्वस्व न्योछावर किया.
झारखंड अपने 25 साल के दौरान अनेक क्षेत्रों में प्रगति की है. राष्ट्र के निर्माण में योगदान दिया है. यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं. झारखंड शिक्षा, कृषि, खनन, ऊर्जा और खेल के क्षेत्र में पहचान बना रहा है. यहां की जनजातीय कला को विश्व स्तर पर सराहा जा रहा है. विकास योजनाओं का सही से क्रियान्वयन होना चाहिए.
गरीबी पलायन जैसी चुनौतियों को दूर करने के लिए स्पष्ट विजन के साथ प्रयास करना होगा. झारखंड देश की विकास यात्रा में सशक्त भूमिका निभाने का प्रयास करेगा.
आज एहसास हो रहा है कि ये राज्य किसकी देन हैः राधाकृष्ण
वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि सांसद संजय सेठ, , दीपक प्रकाश, सीपी सिंह, आदित्य साहू की अनुपस्थिति को भी अभिनंदन करता हूं. आज जब 25 वां स्थापना दिवस मना रहे हैं तो एहसास हुआ कि ये राज्य किसकी देन है.
वर्ष 2000 में राज्य का बजट 6067 करोड़ था जो आज बढ़कर एक लाख 45 हजार करोड़ रुपए हो गया. कुल राजस्व में 9.4 फीसदी की दर से वार्षिक वृद्धि हो रही है. कुशल वित्तीय प्रबंधन के लिए नीति आयोग ने भी सराहना की है. रेव्न्यू कलेक्शन में देश में नौ वें स्थान पर और एक्सपेंडिचर क्वालिटी में छठें स्थान पर हैं. कोशिश हैं की राजकोषिय स्वास्थ्य में झारखंड पहले स्थान पर आए. केंद्र का समय पर सहयोग नहीं मिल रहा है. कोयला कंपनियों का बकाया एक लाख 36 हजार करोड़ है.
जल जीवन मिशन का 6300 करोड़ नहीं मिला है. केंद्रीय करों की हिस्सेदारी में 19 हजार करोड़ और अनुदान के 13,443 करोड़ रुपए नहीं मिले हैं. केंद्र का सहयोग मिले तो झारखंड देश का पहले नंबर का राज्य हो जाएगा.
युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगेः संजय यादव
झारखंड के श्रम मंत्री संजय यादव ने कहा कि सरकार तीव्र गति से बना रही विकास की रूपरेखा बना रही है. पिछले छह वर्षों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार झारखंड को देश के सफल और विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है.
रोजगार और उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कई नई नीतियां बनाई हैं, जिन पर तेजी से कार्य किया जा रहा है. युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए बेहतर प्रशिक्षण देकर उन्हें निजी क्षेत्र में भी रोजगार से जोड़ने का प्रयास लगातार जारी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड के विकास की एक मजबूत रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिसका लाभ आने वाले समय में हर तबके तक पहुंचेगा.
झारखंड की विशिष्ट पहचान लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हैः के. राजू
झारखंड कांग्रेस प्रभारी के. राजू ने कहा कि अलग झारखंड राज्य अपनी विशिष्ट पहचान, संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्यों के कारण देश में जाना जाता है. उन्होंने संविधान सभा की ऐतिहासिक बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय जयपाल सिंह मुंडा ने स्पष्ट कहा था कि "अगर आपको लोकतंत्र सीखना है, तो आदिवासी इलाकों में आइए"- क्योंकि यहां की लोकतांत्रिक व्यवस्था समृद्धि, साझेदारी और जल–जंगल–जमीन पर सामुदायिक अधिकारों को बनाए रखने की मूल भावना पर आधारित है.
झारखंड राज्य के गठन में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही. उन्होंने अलग झारखंड राज्य के लिए समिति का गठन किया था, जिसकी बदौलत आगे चलकर अलग झारखंड राज्य का सपना साकार हो पाया. शहीदों के बलिदान और नेतृत्वकर्ताओं के संकल्प ने झारखंड को एक विशिष्ट, सशक्त और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य के रूप में देश के सामने स्थापित किया है.
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