alt="" width="1600" height="1200" /> कार्यक्रम के दौरान ओबीसी मंच के सदस्य[/caption] झारखंड में बीजेपी की सरकार आते ही ओबीसी को मिलने वाली 27 प्रतिशत आरक्षण को घटा दिया गया था. इसके बाद हेमंत सरकार ने इसे 27 प्रतिशत करने की बात कही, लेकिन सरकार बनते ही केंद्र सरकार को अनुशंसा भेज दिया जो उचित नहीं है. हेमंत सरकार इसे कैबिनेट में पास करा कर पारित कर सकती है. इसे पढ़ें- पलामू">https://lagatar.in/palamu-ticket-checking-campaign-in-express-trains-196-ticketless-passengers-arrested/">पलामू
: एक्सप्रेस ट्रेनों में चला टिकट चेकिंग अभियान, 196 बेटिकट रेलयात्री धराये बरही के विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि ओबीसी के पूरे भारत में 40% वोटर हैं, और इनकी आबादी 52% है. ऐसे में राजनीतिक हनन की तैयारी बीजेपी की ओर से की जा रही है. उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन को दबाया गया है, और देश भर में राम का नाम रटाया जा रहा है. बता दें कि हमारे पूर्व नेता राम मनोहर लोहिया ने ओबीसी को एक पहचान दिलायी थी. पूर्व विधायक गौतम सागर राणा ने वार्षिक सम्मेलन पर कहा कि ओबीसी का इतिहास युगों से चला रहा है, और बीजेपी का जन्म तो अभी हुआ है. बीजेपी चाहे जितना प्रयास कर ले ओबीसी को तोड़ नहीं सकती. झारखंड सरकार भी ओबीसी और एससी के साथ गलत कर रही है. इनके आरक्षण घटाए जाने से आज वे लोग नौकरी से वंचित हो चुके हैं. और पलायन को मजबूर हैं. इसके अलावा ना तो आज तक जातिगत जनगणना का प्रस्ताव लाया गया और ना ही इनके लिए कोई सुविधा दी जा रही है.
पारित हुए प्रस्ताव
26 नवंबर 2023 संविधान दिवस पर आरक्षण अधिकार महारैली का आयोजन 100000 लोग शामिल होंगे. पंचायत एवं नगर निकाय चुनाव में अनुसूचित जाति के तर्ज पर ओबीसी एवं अनुसूचित जाति को अध्यक्ष उपाध्यक्ष पद पर आरक्षित करने को लेकर नियमावली बनाया जाये. सरकारी चिकित्सकों को निजी प्रैक्टिस करने में छूट देने का निर्णय वापस लिया जाये. संबंधित ओबीसी आरक्षण मंच का एक विशिष्ट प्रतिनिधिमंडल झारखंड के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री से मुलाकात कर प्रतिवेदन दिया जाये. इसे भी पढ़ें- GOOD">https://lagatar.in/goog-news-1033-pgt-teachers-tribal-regional-languages-will-be-reinstated-in-510-plus-two-schools-jharkhand/">GOODNEWS : झारखंड के 510 प्लस टू स्कूलों में जनजातीय, क्षेत्रीय भाषाओं के 1033 PGT शिक्षकों की होगी बहाली
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