Vinit Upadhyay
Ranchi/Khunti: यदि 72 साल से सिर्फ तारीख पे तारीख मिली और नतीजा सिफर रहे तो मुवक्किल को मायूसी ही होगी. झारखंड के सबसे पुराने केस में भी ऐसा ही हो रहा है. खूंटी कोर्ट में 300 एकड़ जमीन के पार्टीशन सूट की कानूनी लड़ाई जारी है. मामला 72 साल से चला आ रहा है. इस लंबित केस में खूंटी सिविल कोर्ट के सब जज की अदालत में एक बार फिर सुनवाई हुई. लेकिन फिर एक नयी तारीख मिली है.दरअसल 72 वर्षों से चल रहे पार्टीशन सूट की कानूनी लड़ाई दो भाईयों के बीच 1951 में शुरू हुई थी. जिसपर अब तक कोई फैसला नहीं आ पाया है. केस अब एक भाई की तीसरी व दूसरे भाई की चौथी पीढ़ी लड़ रही है. पार्टीशन सूट संख्या ((90/1951) दो सगे भाईयों दशरथ राम गंजू और शिवप्रियेनाथ गंजू का है, जिसे 31 अगस्त 1951 को रजिस्टर किया गया था. विवाद करीब तीन सौ एकड़ भूमि के कानूनी बंटवारे का है.
मामले में बुधवार को सब जज की कोर्ट में प्लीडर कमिश्नर ममता सिंह ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी. जिसके बाद दोनों पक्षों की ओर से आंशिक बहस की गई. गुरुवार को भी बहस जारी रहेगी. फिलहाल दशरथ राम गंजू के पोते बलराम कश्यप और शिवप्रियेनाथ गंजू के परपोते भागीरथी गंजू यह केस लड़ रहे हैं. दोनों पक्षों को बीते 7 दशक में अदालत से कई तारीखें मिल चुकी हैं, लेकिन अब तक न्याय नहीं मिला है. फिलहाल कोर्ट ने उन्हें एक और नई तारीख दे दी है. जिसपर आस लगाए दोनों पक्ष बैठे हैं.
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