alt="" width="600" height="194" /> प्रदर्शन करते मजदूर. (फाइल फोटो)[/caption] Ranchi: सरायकेला-खरसावां जिले के जयमंगला स्पंज आयरन प्राइवेट लिमिटेड में काम करने वाले मजदूरों का कंपनी प्रबंधन पर शोषण किये जाने का आरोप अब गहराता जा रहा है. चौका के कुरली गांव स्थित इस कंपनी में कोई यूनियन नहीं होने से भी मजदूरों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिये जूझना पड़ रहा है. गांव के लोग कंपनी के अधिकारियों से संतुष्ट नहीं हैं. हालांकि कंपनी के खिलाफ मांगों को लेकर खुचीडीह ग्राम विकास समिति के गुरुपद महतो के नेतृत्व में आंदोलन किया जा रहा है. लेकिन आंदोलन में उन्हें सफलता नहीं मिल रही है क्योंकि यूनियन से संबद्ध नहीं होने के कारण स्थानीय पुलिस प्रशासन उनके आंदोलन को वैध नहीं मान रहा. गुरुपद महतो का कहना है कि न्यूनतम मजदूरी 384 रुपये के बजाये उन्हें मात्र 220 रुपये ही दिये जाते हैं. इसे भी पढ़ें: पूर्वी">https://lagatar.in/mining-game-in-east-singhbhum-2-license-to-only-30-crushers-in-the-district-how-more-than-two-dozen-crushers-are-running-in-potka-block-area-alone/">पूर्वी
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अवैध आयरन ओर के इस्तेमाल से सरकार को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा: महतो
[caption id="attachment_254994" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="219" /> गुरुपद महतो.[/caption] पिछले वर्ष भी 25-26 अक्टूबर को 14सूत्री मांगों को लेकर मजदूर धरना पर तो बैठे हुए थे, लेकिन पुलिस बल की ओर से उन्हें हटा दिया गया. इस तरह का आंदोलन कंपनी के खिलाफ बराबर किया जाता है, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता है. यूनियन नहीं होने के कारण प्रबंधन भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देते हैं. गुरुपद महतो ने बताया कि कंपनी पर जीएसटी चोरी व बिजली चोरी के आरोप भी लगते रहे हैं. कंपनी पर बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों ने कुछ माह पहले छापेमारी भी की थी. यह भी आरोप है कि यहां अवैध आयरन ओर लिया जा रहा है. गुरुपद महतो के अनुसार यदि मामले की जांच हाई लेवल से होती है तो करोड़ों रुपये का जीएसटी घोटाला सामने आ सकता है. यहां कंपनी से जुड़े एक व्यक्ति ने अपने आप को फर्जी तौर पर झारखंड के एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री का रिश्तेदार घोषित कर प्रशासन पर दबाव बना रखा है.
ये हैं मांगें
[caption id="attachment_254997" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> प्रदर्शन करते मजदूर. (फाइल फोटो)[/caption] मांगों में न्यूनतम मजदूरी देने, मजदूरों को साप्ताहिक छुट्टी देने के साथ-साथ इएल, सीएल और बीएल की सुविधा देने, इएसआई और इपीएफ का लाभ देने, बैंक के माध्यम से वेतन का भुगतान करने, कंपनी परिसर में ही रेस्ट रूम और लंच रूम की व्यवस्था करने, सभी मजदूरों को नियुक्ति पत्र देने, गलत तरीके से काटे जाने वाले रुपये का भुगतान करने, रिटायर होने और मृत्यु होने की स्थिति में परिवार के आश्रित को काम पर रखने, कैंटिन की व्यवस्था करने, गेटपास और परिचय पत्र देने, छह माह पर सेफ्टी शू की व्यवस्था करने, मजदूरों को वेचन का पर्ची देने, महिला और पुरूष के लिये अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था करने, एंबुलेंस की व्यवस्था करने संबंधी मांगें शामिल हैं. इसे भी पढ़ें: जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-theft-of-one-lakh-including-cash-by-breaking-the-lock-of-the-locked-house-of-tata-motors-employee-in-new-sitaramdera/">जमशेदपुर
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