New Delhi : राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व पीएम मोदी द्वारा दिये गये बयान पर पलटवार किया. श्री खड़गे ने सोशल एक्स पर पोस्ट कर लिखा, पीएम मोदी ने संसद के समक्ष मुख्य मुद्दों पर चर्चा करने की बजाय ड्रामेबाजी की डिलीवरी की है.
शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री @narendramodi जी ने संसद के समक्ष मुख्य मुद्दों की बात करने के बजाय फ़िर से "ड्रामेबाज़ी की डिलीवरी" की है !
— Mallikarjun Kharge (@kharge) December 1, 2025
असलियत यह है कि संसदीय मर्यादा और संसदीय प्रणाली को पिछले 11 साल से सरकार ने लगातार कुचला है उसकी लंबी फेहरिस्त है ।
🔸 पिछले…
Parliament Winter Session: PM Modi welcomes Vice President, Rajya Sabha chairman CP Radhakrishnan to House
— ANI Digital (@ani_digital) December 1, 2025
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा कि असलियत यह है कि संसदीय मर्यादा और संसदीय प्रणाली को पिछले 11 साल से सरकार ने लगातार कुचला है. इसकी लंबी फेहरिस्त है. पिछले मानसून सत्र में ही कम से कम 12 BILLS जल्दबाजी में पारित कर दिये गये, कुछ 15 मिनट से भी कम समय में और कुछ बिना किसी चर्चा के पास किये गये.
खड़गे ने कहा कि पूरे देश ने पहले भी देखा है किस तरह आपने किसान विरोधी काले क़ानून, GST, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता जैसे बिल संसद में आनन्-फानन में Bulldoze किये. इसी संसद में जब मणिपुर का मुद्दा उठा, तो आप तब तक चुप रहे, जब तक विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया.
SIR प्रक्रिया को लेकर विपक्ष के नेता ने कहा, काम के बोझ के कारण BLOs लगातार जान दे रहे हैं. विपक्ष वोट चोरी सहित अन्य मुद्दों को प्राथमिकता देना चाहता है. संसद में हम इसे लगातार उठायेंगे. भाजपा को अब ध्यान भटकाने का ड्रामा ख़त्म करना चाहिए और जनता के असली मुद्दों पर संसद में बहस करनी चाहिए.
खड़गे ने कहा कि सच्चाई यही है कि आम आदमी बेरोज़गारी, महंगाई, आर्थिक असमानता और देश के बहुमूल्य संसाधनों की लूट से जूझ रहा है और सत्ता में बैठे लोग, सत्ता के अहंकार में ड्रामेबाज़ी का खेल खेल रहे हैं. असलियत यह है कि संसदीय मर्यादा और संसदीय प्रणाली को पिछले 11 साल से सरकार(मोदी) ने लगातार कुचला है.
दरअसल शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन के बाहर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि यह सत्र केवल औपचारिकतानहीं, बल्कि देश को तेज गति से विकास की दिशा में ले जाने के प्रयासों में नई ऊर्जा भरने का अवसर है.
साथ ही उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि ड्रामा करने के लिए बहुत जगह होती है, जिसको करना है करते रहे. यहां ड्रामा नहीं, डिलीवरी होनी चाहिए. यहां नारे नहीं, नीति पर बल देना चाहिए और वो आपकी नीयत होनी चाहिए.
कहा कि हो सकता है कि राजनीति में नकारात्मकता कुछ काम आती होगी, लेकिन राष्ट्र निर्माण के लिए कुछ सकारात्मक सोच भी होनी चाहिए. पीएम की यही बात खड़गे को नागवार गुजरी और उन्होने एक्स पर पीएम मोदी पर हमला बोला.
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने नये सभापति सीपी राधाकृष्णन को बधाई देते हुए सलाह दी कि आप दोनों पक्षों के बीच संतुलन बनाए रखने पर ध्यान दें. इस क्रम में प्रधानमंत्री मोदी के बयानों से असहमत होते हुए कहा कि विपक्ष सदन में जवाब देगा. श्री खड़गे ने सभापति का स्वागत करते हुए कहा कि आप एस राधाकृष्णन के हमनाम हैं.
आशा है, आप उनके हमखयाल भी होंगे. अपील की कि आप अपने आसन से ज्यादा उस तरफ(सत्ता पक्ष) न देखें, उसमें खतरा हो सकता है. कहा कि आप इधर(विपक्ष) नहीं देखेंगे, तो भी खतरा है. आप दोनों तरफ संतुलन बनाए रखेंगे तो अच्छा होगा. आपके बैकग्राउंड का प्रधानमंत्री ने जिक्र किया. लेकिन यह भी नहीं भूलें कि आप कांग्रेस के घराने से आये हैं.
इससे पहले पीएम मोदी, जदयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, टीएमसी के डेरेक ओ'ब्रायन, सपा के जावेद अली ने सभापति सीपी राधाकृष्णन का सदन में स्वागत किया. साथ ही जावेद अली खान ने कहा कि विश्वास है आप इस पद पर रहते हुए सदस्यों के अधिकारों का विशेष ध्यान रखेंगे.
उन्होंने पूर्व सभापति जगदीप धनखड़ का नाम लिये बिना कहा कि आपके पूर्ववर्ती को विदाई देने तक का अधिकार हम सबको नहीं मिला. आप कोई अवसर प्रदान करें कि हम सभी उनको विदाई दे सकें.
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