alt="" width="207" height="300" /> रामनवमी की ध्वजा बांधते हुए फल कारोबारी नसीम.[/caption] इसे भी पढ़ें : चाईबासा">https://lagatar.in/chaibasa-chhath-mahaparva-concluded-with-offering-ardhya-to-the-rising-sun/">चाईबासा
: उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही संपन्न हुआ छठ महापर्व
आपसी भाईचारे के लिये जाना जाता है किरीबुरु-मेघाहातुबुरु शहर
नसीम भी रामनवमी धूमधाम से संपन्न हो इसके लिये ध्वजा को हिंदुओं के साथ मिलकर बांधते नजर आ रहे हैं. किरीबुरु-मेघाहातुबुरु शहर पहले से ही आपसी भाईचारे के लिये जाना जाता रहा है. यहां कभी भी भाषा, जाति, क्षेत्रवाद आदि का कभी विवाद नहीं रहा. समय-समय पर कुछ समाज विरोधी बाहरी ताकतें यहां के बेहतर माहौल को खराब करने का प्रयास करती रही हैं. लेकिन यहां के लोग आपसी एकता की वजह से ऐसे लोगों व ताकतों को तरजीह नहीं देकर उन्हें जीरो करने का काम करते रहे हैं. इसे भी पढ़ें : लालू">https://lagatar.in/lalu-will-have-to-wait-for-bail-cbi-asks-for-time-next-hearing-will-be-held-on-april-22/">लालूको बेल के लिए करना होगा इंतजार,CBI ने मांगा समय, 22 अप्रैल को होगी अगली सुनवाई [wpdiscuz-feedback id="qe8ewvb379" question="Please leave a feedback on this" opened="1"][/wpdiscuz-feedback]

Leave a Comment