: साकची शीतला मंदिर में दानपेटी तोड़कर चोरी
रेंजर की बात सुनकर स्तब्ध हो गई मैं - देवकी
देवकी कुमारी ने कहा कि यह तो उपर वाले की कृपा है कि अब तक कोई अनहोनि नहीं हुई है. पर हमें किसी अनहोनि होने के इंतजार किए बिना यथाशीघ्र हाथियों को इस क्षेत्र से निकालने का उपाय करना चाहिए. इस विषय पर किरीबुरू के प्रभारी रेंजर शंकर भगत से मेरी टेलिफोनिक बात हुई तो जवाब सुनकर मैं स्तब्ध हो गई. कैसे कोई सक्षम अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भाग सकता है और वो किसी जनप्रतिनिधि से कैसे बात कर सकता है ! मैने रेंजर से हाथियों को सार्वजनिक स्थल से निकालने को कहा तो उनका जवाब था, कि हाथी जंगल में नहीं रहेगा तो कहां रहेंगे, वो कोई गाय और बकरी है जो उन्हें मैं भगा दूं, हम कोई तोप है क्या जो हाथियों के आगे खड़ा होकर उनको रोक दें ! उन्होंने कहा कि मुझे इससे कोई लेना-देना नहीं है. मुझे अपनी आम जनता की सुरक्षा चाहिए. अगर वो आम जनता को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते तो उन्हें इस विभाग में बने रहने का कोई हक नहीं है. उन्हें किसी चिड़िया घर में ड्यूटी करनी चाहिए. जहां जानवर पिंजरे के अन्दर बन्द रहेंगे और रेंजर को कोई खतरा भी नहीं होगा. उन्होंने इस विषय पर यथाशीघ्र कोई उचित कदम उठाने की मांग की है, ताकि आम जनता के साथ कोई अनहोनि होने से पहले ही हाथियों को इस क्षेत्र से निकाला जा सके. इसे भी पढ़ें :किरीबुरू">https://lagatar.in/kiriburu-shiva-devotees-performed-jalabhishek-in-pagodas/">किरीबुरू: शिवालयों में शिवभक्तों ने किया जलाभिषेक [wpse_comments_template] फोटोः- जिला परिषद द्वारा उपायुक्त को लिखा गया पत्र।
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