Kiriburu: किरीबुरु-मेघाहातुबुरु शहर की महिलाओं व युवतियों में क्रिकेट खेल के प्रति जुनून इस कदर हावी है कि वह सुबह से देर शाम तक शहर के दोनों बड़े मैदानों पर कब्जा कर घंटों क्रिकेट खेलती नजर आती हैं. यह शहर के लिये जहां एक खूबसूरत एवं सकारात्मक सोच व माहौल को दर्शाता है वहीं महिलाओं के मैदान में निरंतर रहने से अब पुरुष खिलाडि़यों की परेशानी बढ़ गई है. पुरुष खिलाडि़यों को खेलने के लिये अब मैदान नहीं मिल रहा है. जो महिलाओं व पुरुषों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.
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खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन से बढ़ा है रुझान
उल्लेखनीय है कि महिलाओं के बीच तमाम प्रकार के खेलों के प्रति रूझान बढ़ने का मुख्य वजह सेल की किरीबुरु एवं मेघाहातुबुरु प्रबंधन के अलावे लूजर्स क्लब व विभिन्न महिला समूहों द्वारा समय-समय पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना रहा है. जिसमें महिलाओं की भारी भागीदारी रही है. इन खेलों के दौरान मैदानों में सेल अधिकारियों की पत्नियों के अलावे सेल कर्मचारी, ठेका मजदूर समेत सभी वर्ग की महिलाएं व युवतियों की संयुक्त भागीदारी होती है. जो आपसी एकता व भाईचारे की रिश्तों का बेहतर मिशाल पेश करती है.
महिलाएं मैदान में पसीना बहा रहीं, पति रसोई में जुटे
इस बीच 27 मार्च को शाम लगभग 3 बजे से मेघाहातुबुरु मैदान में महिलाओं की विशेष मांग पर सेल प्रबंधन द्वारा सेल के अधिकारियों व कर्मियों की पत्नियों की अलग-अलग दो टीमों के बीच दोस्ताना क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इसके लिये महिलाएं दिन-रात मैदान में पसीना बहा रही हैं एवं घर पर उनके पति खाना बनाने के साथ-साथ अन्य कार्य को निपटाकर महिलाओं का हौसला बढा़ रहे हैं. ऐसा माहौल एक दिन के प्रयास से नहीं बल्कि वर्षों के प्रयास से संभव हुआ है. अब वह दिन दूर नहीं जब शहर में होने वाले तमाम खेल प्रतियोगिताओं में पुरुषों के अलावे महिलाओं की टीम को भी शामिल करना अनिवार्य होगा.
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