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किरीबुरू : बंद पड़े चापाकल को ग्रामीणों ने निजी प्रयास से कराया ठीक

Kiriburu (Shailesh Singh) : गंगदा पंचायत के घाटकुड़ी गांव के पापड़ीटोला में महीनों से खराब चापाकल को इक्को विकास समिति के अध्यक्ष रामो सिद्धू एवं ग्रामीणों के प्रयास से ठीक किया गया. उक्त चापाकल महीनों से खराब था. पापड़ी टोला के ग्रामीण इसे ठीक करने हेतु पीएचईडी विभाग व पंचायत प्रतिनिधि से निरंतर गुहार लगाते रहे, लेकिन पूरे गर्मी तक ठीक नहीं किया गया. ग्रामीण आसपास के प्राकृतिक नाला में चुआं बनाकर अपनी प्यास बुझाते एवं जरूरत हेतु पानी वहां से लेते रहे. लेकिन वर्षा के मौसम में नदी-नाले भर जाते है एवं पानी लाल हो जाता है. ऐसे में यहां पेयजल की भारी समस्या हो जाती. इसे भी पढ़ें :बहरागोड़ा">https://lagatar.in/bahragora-in-24-hours-the-mp-got-a-new-transformer-from-the-electricity-department/">बहरागोड़ा

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अपने खर्च पर बना रहे चापाकल

इसी के बाद ग्रामीणों ने रोवाम निवासी रामो सिद्धू से मदद मांगी. रामो सिद्धू स्वंय साइकिल मिस्त्री हैं. उन्होंने एक अन्य चापाकल बनाने वाले मिस्त्री को अपने खर्च कर बुलाया एवं सभी ग्रामीणों की मदद से इस चापाकल को ठीक करने का कार्य पूरा किया गया. बड़ा सवाल यह है कि सारंडा क्षेत्र से अरबों रुपये का लौह अयस्क व वन संपदा प्रतिमाह अन्यत्र भेजा जा रहा है. खनन कंपनियां प्रतिवर्ष डीएमएफटी फंड में पैसा दे रही है. लेकिन खदान से प्रभावित गांव के लोगों के लिए एक खराब चापाकल भी पीएचईडी विभाग व प्रशासन ठीक नहीं करा पा रहा है. गरीब ग्रामीण स्वयं पैसा खर्च कर सरकारी चापाकल को ठीक कराने को मजबूर हैं. इसे भी पढ़ें :आदित्यपुर">https://lagatar.in/adityapur-only-60-percent-street-lights-are-lit-in-the-area-40-percent-off/">आदित्यपुर

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