: 24 घंटा में सांसद ने विद्युत विभाग से दिलवाया नया ट्रांसफार्मर
अपने खर्च पर बना रहे चापाकल
इसी के बाद ग्रामीणों ने रोवाम निवासी रामो सिद्धू से मदद मांगी. रामो सिद्धू स्वंय साइकिल मिस्त्री हैं. उन्होंने एक अन्य चापाकल बनाने वाले मिस्त्री को अपने खर्च कर बुलाया एवं सभी ग्रामीणों की मदद से इस चापाकल को ठीक करने का कार्य पूरा किया गया. बड़ा सवाल यह है कि सारंडा क्षेत्र से अरबों रुपये का लौह अयस्क व वन संपदा प्रतिमाह अन्यत्र भेजा जा रहा है. खनन कंपनियां प्रतिवर्ष डीएमएफटी फंड में पैसा दे रही है. लेकिन खदान से प्रभावित गांव के लोगों के लिए एक खराब चापाकल भी पीएचईडी विभाग व प्रशासन ठीक नहीं करा पा रहा है. गरीब ग्रामीण स्वयं पैसा खर्च कर सरकारी चापाकल को ठीक कराने को मजबूर हैं. इसे भी पढ़ें :आदित्यपुर">https://lagatar.in/adityapur-only-60-percent-street-lights-are-lit-in-the-area-40-percent-off/">आदित्यपुर: क्षेत्र में 60 फीसदी ही स्ट्रीट लाइट जल रहे, 40 प्रतिशत बंद [wpse_comments_template]
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