NewDelhi : मुजफ्फरनगर के जीआईसी ग्राउंड पर हो रही किसान महापंचायत में यूपी के अलावा पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि 15 राज्यों से किसानों के जुटने के दावे के बीच राकेश टिकैत ने मोदी सरकार के विरुद्ध हुंकार भरी. मंच पर राकेश टिकैत के अलावा योगेंद्र यादव समेत कई किसान संगठनों के नेता मौजूद थे,. किसान महापंचायत के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी. किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से भाजपा को उखाड़ फेंकना है.
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हम मोर्चा नहीं छोड़ेंगे. बगैर जीते वापस नहीं आयेंगे
इतना ही नहीं, मंच से सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया. राकेश टिकैत ने दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों को लेकर कहा कि भले ही वहां हमारी कब्रगाह बन जाये, लेकिन हम वहां से नहीं जायेंगे. कहा कि हम आपसे वादा लेकर जाते हैं कि अगर वहां पर हमारी कब्रगाह बनेगी तो भी हम मोर्चा नहीं छोड़ेंगे. बगैर जीते वापस नहीं आयेंगे. किसान नेता राकेश टिकैत ने तराकर पर आरोप लगाया कि ये लोग बांटने का काम कर रहे हैं.
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यूपी की जमीन दंगा करवाने वालों को नहीं सौंपेंगे
हमें इन्हें रोकना है. कहा कि पहले देश में अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे साथ-साथ लगाये जाते थे और आगे भी लगेंगे. उन्होंने भीड़ से अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे भी लगवाये. इस क्रम में कहा कि यूपी की जमीन दंगा करवाने वालों को नहीं सौंपेंगे. टिकैत ने कहा कि लड़ाई तीन काले कानूनों से शुरू हुई. 28 जनवरी को आंदोलन का कत्ल होता. हजारों की फोर्स थी, हम सैकड़ों थे, लेकिन डटे रहे..
टिकैत ने कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक हम वहां से हटेंगे नहीं. हम किसी भी कीमत पर वहां से नहीं जायेगे. हमें फसलों पर एमएसपी की गारंटी चाहिए और जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जायेंगी, तब तक पूरे देश में आंदोलन जारी रहेगा.
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FCI के गोदाम भी कंपनी को दे दिये गये
टिकैत ने कहा कि देश में सेल फॉर इंडिया का बोर्ड लगा है और इसे खरीदने वाले अंबानी-अडाणी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि FCI के गोदाम भी कंपनी को दे दिये गये. बंदरगाह भी बिक गये. कहा कि इसका आसर मछली पालन और नमक के किसान पर होगा. ये पानी भी बेचेंगे. भारत बिकाऊ है, ये भारत सरकार की पॉलिसी है. कहा कि अंबेडकर का संविधान भी खतरे में है. राकेश टिकैत ने कहा कि 9 महीने से आंदोलन हो रहा है लेकिन सरकार ने बात बंद कर दी है. उन्होंने कहा, देश में बड़ी मीटिंग करनी होगी. सिर्फ यूपी ही नहीं देश बचाना होगा.
किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने इस अवसर पर कहा कि 8 अप्रैल 1857 को मेरठ में बगावत हुई थी और उसने अंग्रेजी शासन खत्म कर दिया था. अब उसी तरह का जोश मुजफ्फरनगर में दिख रहा है. जिस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी को हटाया, उसी तरह मोदी-शाह को हटाना है. उन्होंने जानकारी दी कि कि अगली मीटिंग 9 और 10 सितंबर को लखनऊ में गन्ने को लेकर होगी.
प्रियंका ने कहा, सत्ता का अहंकार नहीं चलता
किसान इस देश की आवाज हैं।
किसान देश का गौरव हैं।किसानों की हुंकार के सामने किसी भी सत्ता का अहंकार नहीं चलता।
खेती-किसानी को बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में पूरा देश किसानों के साथ है।#मुजफ्फरनगर_किसान_महापंचायत
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 5, 2021
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि देश किसानों के साथ है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि किसानों की हुंकार के सामने सत्ता का अहंकार नहीं चलता. खेती-किसानी बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में देश आपके साथ है.