Koderma : पूरे देश में गरीबो के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना चलायी जा रही है. कई गरीब लोग इसका लाभ उठाकर आज पक्के मकान में आराम से रह रहे है. लेकिन कोडरमा में भ्रष्टाचार के कारण लोग आज भी कच्चे मकान में रहने को मजबूर है. झारखंड में पिछले महिनों में काफी बारिश हुई है. जिसे कई कच्चे मकान गिर गये और लोग बेघर हो गये है. इन बेघर लोगों की मदद के लिए प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है.
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कोडरमा में भ्रष्टाचार की भेट चढ़ रहा प्रधानमंत्री आवास योजना
भ्रष्टाचार की भेट चढ़ रही प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में जब जयनगर प्रखंड के करियावां पंचायत स्थित घंघरी गांव के लोगों से बात की गई तो बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों को अर्जी दी थी. कई बार जनप्रतिनिधियों से गुहार भी लगायी गयी है. लेकिन जनप्रतिनिधियों से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल पाया है.
प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में जब गांव के लोगों से बात की गई तो ग्रामीणों ने बताया कि कुछ लोगों का तो नाम भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों की सूची में आ गया है, लेकिन उन्हे आज तक आवास नहीं मिल पाया है. जब लोग इस समस्या को लेकर वार्ड सदस्य या मुखिया के पास जाते है तो उनके द्वारा आवास दिलाने के लिए पैसे की मांग की जाती है.
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कच्चा मकान ध्वस्त होने से एक लड़की की हुई थी मौत
गौरतलब है कि पिछले दिनों हुई बारिश में कई कच्चे मकान ध्वस्त हो गये है. और कई घरों की स्थिती ऐसी है कि वो कभी भी गिर सकती है. कुछ ही दिन ही कच्चे मकान के गिर जाने से एक 17 वर्षीय लड़की की मौत हो गयी है. जब हमारे रिपोर्टर ने मृतक के पिता से बात की तो उन्होंने बताया कि अगर समय पर हमें प्रधानमंत्री आवास मिल गया होता तो आज हमारी बेटी जिंदा होती. मेरी बेटी की मौत के लिए जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन जिम्मेदार है.
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