Ranchi: आदिवासी जमीन पर कब्जा करने और फिर नक्शा पास करवा कर अपार्टमेंट बनाने के मामले में भू-राजस्व विभाग ने रांची डीसी से रिपोर्ट मांगी है. विभाग ने तय समय सीमा के भीतर डीसी से रिपोर्ट मांगी है. साथ ही कहा गया है कि निर्माण कार्य को तत्काल रोक दिया जाये.
यह मामला अरगोड़ा अंचल के खाता संख्या-44 के प्लॉट संख्या-440 का है. जमीन का कुल रकवा 84 डिसमिल है. इस जमीन पर समृद्धि बिल्डर के द्वारा अपार्टमेंट का निर्माण कराया जा रहा है. लगातार न्यूज.. ने पिछले दिनों इससे संबंधित खबर प्रकाशित की थी. जिसके बाद भू राजस्व विभाग ने कार्रवाई के लिये डीसी को लिखा है.
इसे भी पढ़ें – विभाग के निर्देश की धज्जियां उड़ाते हुए समृद्धि बिल्डर आदिवासी जमीन पर कर रहा है निर्माण
फर्जी जमाबंदी कर किया गया जमीन पर कब्जा
जानकारी के मुताबिक, अरगोड़ा अंचल के 84 डिसमिल आदिवासी जमीन की फर्जी जमाबंदी करके उस पर कब्जा कर लिया गया. जमीन हरमू रोड से कटहल रोड जाने वाले रास्ते पर चापू टोली चौक पर है. वर्तमान में जमीन पर अपार्टमेंट का निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें 75 फ्लैट बनने हैं. रोक लगाये जाने के बाद भी बिल्डर के द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
फर्जी जमाबंदी खोल CNT फ्री कराया
जमीन पर कब्जा करने के लिये अंचल कर्यालय में एक फर्जी जमाबंदी खोला गया. जिसका रिकॉर्ड अब अंचल कार्यालय में ही उपलब्ध नहीं है. इस तरह फर्जी जमाबंदी केस नंबर – 24R27/1956-57 का कागजात बना कर भूखंड को सीएनटी फ्री कराया गया. फिर अपार्टमेंट बनाने का नक्शा पास कराया गया. और अब अपार्टमेंट निर्माण का काम जारी है.
गोंदल उरांव के नाम है जमीन
अरगोड़ा अंचल की जिस 84 डिसमिल भूखंड को गलत तरीके से सीएनटी फ्री किया गया, उस भूमि की जमाबंदी गोन्दल उरांव के नाम पर था. वर्ष 1995-96 तक गोन्दल उरांव के नाम से लगान रसीद भी काटे गये. भूमि पर गोन्दल उरांव के वंशजों का कब्जा भी कायम था. इसके बाद भी पंजी टू में छेड़छाड़ कर फर्जी दाखिल खारिज वाद के माध्यम से भूमि को सीएनटी फ्री बनाकर वर्ष 2019 से निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया.
इसे भी पढ़ें –जानिए वो पेंडिंग मामले, जिसकी जांच CID के पूरा करते ही अधिकारियों की बढ़ेगी परेशानी