NewDelhi : खबर है कि लखीमपुर खीरी हिंसा में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष को कभी भी गिरफ्तार किया दै सकता है. जान लें कि योगी सरकार से समझौता होने के बाद राकेश टिकैत ने भी कहा था कि आशीष मिश्र पर FIR होने के बाद उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. सूत्रों के अनुसार अजय मिश्र को भाजपा हाईकमान द्वारा दिल्ली तलब किये जाने पर वे आज सुबह दिल्ली पहुंच गये.
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अजय मिश्र की गृह मंत्री शाह से 30 मिनट बातचीत हुई
जानकारी के अनुसार अजय मिश्र की गृह मंत्री शाह से 30 मिनट तक बातचीत हुई. जानकारी सामने आयी है कि केंद्र सरकार और संगठन उन पर कोई बड़ा एक्शन ले सकते है. हालांकि इससे पहले, अजय मिश्र ने दिल्ली बुलाये जाने की बात नकार दी थी. कहा था कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें तलब नहीं किया है, मेरे कुछ काम हैं. इसलिए मैं आज रात या कल दिल्ली जाऊंगा.
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नैतिकता के आधार पर मैं इस्तीफा क्यों दूं
अजय मिश्र का कहना था कि ‘नैतिकता के आधार पर मैं इस्तीफा क्यों दूं, पूरी घटना में मेरी कोई संलिप्तता नहीं है. सफाई दी कि जब बवाल हुआ तो वे एक इवेंट में घटनास्थल से 4 किमी दूर थे. कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि न तो वे और न ही उनका बेटा घटनास्थल पर थे.
साथ ही केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि लखीमपुर खीरी मामले में निष्पक्ष जांच होगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश और केंद्र में भाजपा सरकार सत्ता में है, उन्होंने कहा कि जो लोग जांच पर सवाल उठा रहे हैं, उनका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है. हम जांच में हस्तक्षेप नहीं करते हैं.
6 सदस्यीय कमेटी का गठन
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा की जांच 6 सदस्यीय कमेटी करेगी. IG लखनऊ ने बताया कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को नामजद आरोपी बनाया गया है. सूत्रों के अनुसार मामले की न्यायिक कमेटी से भी जांच कराई जायेगी.