Ashish Tagore
Latehar : लातेहार जिला में वर्ष 2022 में कुल 127 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. इन सड़क दुर्घटनाओं में 106 लोगों की जान गयी है. जबकि वर्ष 2021 में कुल 112 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी और इसमें कुल 92 लोगों की जान गयी थी. परिवहन विभाग के ये आंकड़े बता रहे हैं कि साल दर साल सड़क दुर्घटनाओं में मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. इसका प्रमुख कारण तेजी व लापरवाही से ड्राइविंग करना, हेलमेट व सीट बेल्ट का नहीं लगाना है. इनमें से अधिकतर दुर्घटनाएं शाम के समय हुई है. इस समय लोग अपने घरों की ओर लौटते हैं. शाम के समय शराब पीकर वाहन चलाने के कारण अधिक दुर्घटनाएं हुई है.
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लातेहार थाना क्षेत्र में हुई सबसे अधिक मौत
वर्ष 2022 में लातेहार जिला में जितनी भी दुर्घटनाएं और मौतें हुई है, वह जिले के पांच थाना क्षेत्रों में अधिक हुई है. इन थाना क्षेत्रों में कुल दुर्घटना व मौत का आंकड़ा 80 प्रतिशत है. लातेहार, चंदवा, बालूमाथ, मनिका व बरवाडीह थाना क्षेत्र शामिल है. लातेहार थाना में सबसे अधिक दुर्घटना व मौतें हुई है. लातेहार थाना क्षेत्र में कुल 27 दुर्घटनाओं में 19 मौतें हुई हैं. जबकि चंदवा थाना में 22 दुर्घटना व 17 मौत, बालूमाथ थाना में 19 दुर्घटना व 18 मौत, मनिक थाना में 18 दुर्घटना व 17 मौत तथा बरवाडीह थाना में 15 दुर्घटना व 12 लोगों की मौत हुई है.
लोगों को किया जा रहा है जागरूक: डीटीओ
जिला परिवहन विभाग में आयोजित एक प्रेस वार्ता में डीटीओ संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर कार्य किये जा रहें है, ताकि सड़क दुर्घटना व उनमें होने वाली मौतों में कमी लाई जा सके. वर्ष 2022 में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले कुल 2648 चालकों को सड़क सुरक्षा संबंधित काउंसलिंग दिया गया. कुल 45 विद्यालयों में 1169 छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया. अनुमंडल पदाधिकारी शेखर कुमार ने नाबालिग बच्चों को वाहन नहीं चलाने देने की अपील की. वहीं पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय डॉ. कैलाश करमाली ने बताया कि लातेहार जिले में राज्य स्तर पर तीन ब्लैक स्पॉट तय किये गये हैं. इनमें मनिका का लाली से नामूदाग, बरवाडीह का केचकी से बरवाडीह तक एवं लातेहार का करकट क्षेत्र शामिल है. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में अधिकतर मौतें हेलमेट व सीट बेल्ट नहीं लगाने के कारण होती है.
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