465 करोड़ से बने नये विधानसभा में 20 महीने में दो बार टूटी सीलिंग, एक बार लगी आग
Ranchi: जेएमएम ने झारखंड विधानसभा के नये भवन की फॉल्स सीलिंग गिरने की घटना को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. जेएमएम ने कहा कि नया विधानसभा भवन पहली बार नहीं टूटा है. दुर्भाग्य से लोकतंत्र के इस मंदिर में पहले भी आग लगी है और यह पहले भी दरका है. अपनी लूट से जिस बीजेपी सरकार ने इस मंदिर को नहीं छोड़ा उसके लिए कोनार, कांची पुल, रिम्स ट्रामा सेंटर,आदि का दरकना क्या मायने रखता है. उसके बाद भी प्रचंड घमंड देखो इनका.
12 दिसंबर 2019 को हुआ था उद्घाटन
बता दें कि झारखंड विधानसभा के पहले तल्ले के वेस्ट विंग के कॉरिडोर की फॉल्स सीलिंग गुरुवार की रात गिर गई थी. सामान्य दिनों की तरह कार्यालय चलता तो बड़ी घटना से इनकार नहीं की जा सकता था. यह पहली बार नहीं है जब विधानसभा भवन में ऐसा हादसा हुआ है. विधानसभा भवन बनने के 20 महीने के भीतर अबतक तीन हादसे यहां हो चुके हैं. 12 सितंबर 2019 को पीएम मोदी ने 465 करोड़ की लागत से बने नये विधानसभा भवन का उद्घाटन किया था.
उद्घाटन के 3 महीने बाद लगी थी भीषण आग
उद्घाटन के 3 महीने बाद 4 दिसंबर 2019 को यहां भीषण आग लग गयी. पूरे वेस्ट विंग में आग से फर्स्ट फ्लोर और सेकेंड फ्लोर पर चार जगहों में बड़ा नुकसान हुआ. जहां आग लगी वहां बैंक, पोस्ट ऑफिस, विपक्ष के सदस्यों के बैठने की जगह और सभापति का कक्ष था. वहीं इसके बाद 7 अगस्त 2020 को नए भवन में स्थित लाइब्रेरी का फॉल्स सीलिंग शुक्रवार को अचानक गिर गया. मौके पर लाइब्रेरी में किसी व्यक्ति के ना होने की वजह से बड़ा हादसा तो टल गया. लेकिन, जहां पर सीलिंग गिरा वहां नीचे रखा फर्नीचर काफी क्षतिग्रस्त हो गया. फिर 28 मई 2021 को भी सीलिंग टूटी.
हेमंत भी कह चुके हैं कि विधानसभा निर्माण में हुई है पैसों की बर्बादी
धुर्वा में 39 एकड़ भूमि पर फैला विधानसभा भवन को बनाने में 465 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. रामकृपाल कंस्ट्रक्शन ने इसका निर्माण कराया है. विधानसभा में सदस्यों की संख्या 81, लेकिन भविष्य में विधायकों की संख्या बढ़ सकती है इस बात को ध्यान में रखकर रघुवर सरकार ने 162 विधायकों के बैठने की क्षमता वाला विधानसभा बनवाया है. वहीं विधानसभा के पिछले बजट सत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी नये विधानसभा भवन के निर्माण को लेकर सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने कहा था कि सरकार ने इतना बड़ा विधानसभा भवन बनवाकर बेवजह पैसे की बर्बादी की है.