Kolkata : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) थोड़ी तारीफ करना भारी पड़ गया है. ममता बनर्जी के बयान को लेकर भाजपा सहित अन्य पार्टियों ने ममता पर हल्ला बोल दिया है. जान लें कि AIMIM, कांग्रेस, सीपीएम आदि दल ममता बनर्जी पर हमलावार हो गये हैं. भाजपा का कहना है कि हमें ममता बनर्जी से किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.
In 2003 too Mamata had called RSS “patriots”. In turn RSS had called her “Durga”. RSS wants Hindu Rashtra. Its history is full of anti-Muslim hate crime. She’d defended BJP govt in Parliament after Gujarat pogrom. Hope TMC’s “Muslim faces” praise her for her honesty & consistency https://t.co/45LKZ7aI4s
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 1, 2022
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RSS ने ममता को दी सलाह
RSS ने भी ममता द्वारा कथित तारीफ को दरकिनार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राज्य में राजनीतिक हिंसा रोकने पर काम करे. संघ के बंगाल महासचिव जिश्नू बसू ने कहा कि ममता बनर्जी ने कहा है कि आरएसएस में कुछ अच्छे लोग हैं. हम उन्हें बताना चाहते हैं कि राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि विपक्षियों की हत्या की जाये. बसू ने दावा किया कि चुनाव पूर्व हिंसा में 60 लोगों की हत्या कर दी गयी. कहा कि ममता बनर्जी राज्य में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में काम करे.
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ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमलावर होते हुए RSS की तारीफ कर दी थी
बता दें कि ममता बनर्जी ने हाल ही में भाजपा पर हमलावर होते हुए RSS की तारीफ कर दी थी. कहा था कि मुझे नहीं लगता कि RSS इतना खराब है. संघ में अभी कुछ लोग हैं जो भाजपा की तरह नहीं सोचते. एक दिन यह सब्र टूटेगा. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ममता बनर्जी को घेरते हुए कहा कि भारत और बंगाल के लोगों को बेवकूफ बनायेंगी. कहा कि वे आरएसएस की तारीफ कर रही हैं. आरएसएस हिंदू राष्ट्र चाहता है. आरएसएस का इतिहास मुस्लिम विरोधी घृणा और अपराधों से भरा पड़ा है.
ममता ने गुजरात दंगों के बाद संसद में भाजपा सरकार का बचाव किया था
ओवैसी ने आरोप लगाया कि ममता ने गुजरात दंगों के बाद संसद में भाजपा सरकार का बचाव किया था. उम्मीद है कि टीएमसी के मुस्लिम चेहरे उनकी ईमानदारी और निरंतरता के लिए उनकी प्रशंसा करेंगे. ओवैसी ने कहा कि ममता ने 2003 में RSS को देशभक्त कहा था, इसके बदले में उन्हें आरएसएस ने दुर्गा बताया था.
ममता पर ओवैसी की टिप्पणी पर AIMIM चीफ पर हमलावर हो गयी. कहा कि उन्हें ओवैसी के सामने अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि को साबित करने की जरूरत नहीं है. टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा, ममता यह कहना चाह रही थीं कि सभी संगठनों में अच्छे या बुरे लोग होते हैं.
कांग्रेस-सीपीआई (एम) भी हुए हमलावर
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ममता पर हल्ला बोलते हुए कहा, यह पहली बार नहीं है कि जब ममता बनर्जी ने संघ की तारीफ की है. कहा कि ममता बनर्जी पहले अटल बिहारी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी रही हैं. 2003 में ममता बनर्जी संघ की किताब रिलीज होने के समारोह में गयी थीं. उन्होंने तब वामपंथी सरकार गिराने के लिए संघ की मदद मांगी थी.
चौधरी ने आरोप लगाया कि चुनावी लाभ लेने के लिए कभी वह हिंदू कट्टरपंथियों और कभी मुस्लिमों को बहलाती हैं. कहा, ममता बनर्जी की सच्चाई पर से परदा हट गया है. सीपीआई (एम) के नेता सुजान चक्रवर्ती ने दावा किया कि ममता का बयान लेफ्ट पार्टी के उस स्टैंड पर मुहर लगाता है, कि वे आरएसएस का ही प्रोडक्ट हैं. यह फिर स्पष्ट हुआ कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी भरोसेमंद नहीं है.