Manoharpur (Ajay singh) : चिरिया का गांधी मैदान इन दिनों मवेशियों का चारागाह बना हुआ है. जंगलों मे चरने के बाद शाम होते ही भारी संख्या में मवेशी मैदान की ओर रुख करते हैं और देखते ही देखते मैदान मवेशियों से भर जाता है. इससे मैदान होते हुए आवागमन करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, सुबह में जब मवेशी चरने के लिए मैदान में छोड़े जाते हैं तब मैदान गोबर व गंदगियों से भर जाता है. मैदान से बाहर निकलने के लिए सिर्फ एक मुख्य गेट है. लेकिन कुछ शरारती तत्वों द्वारा गेट को खोल दिया जाता है, जिससे सभी मवेशी आसानी से मैदान के अंदर प्रवेश कर जाते हैं.
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स्थानीय लोगों ने सेल प्रबंधन से की चौकीदार रखने की मांग
स्थानीय लोगों ने सेल के माइंस प्रबंधन से गेट को बंद व खोलने के लिए कंपनी के एक चौकीदार को रखने की मांग की है, ताकि मवेशी मैदान मे प्रवेश नहीं कर सके. विदित हो कि इस मैदान मे कंपनी द्वारा नॉक आउट और लीग स्तर पर फुटबॉल और क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता था. इसके आलावा सालों भर मैदान में कुछ न कुछ मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. एैसे में मैदान का मवेशियों का चारागह बन जाने से यहां हमेशा गंदगी लगी रहती है, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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