Manoharpur (Ajay singh) : मनोहरपुर प्रखंड व सुदूरवर्ती सारंडा क्षेत्रों में मौसमी बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. इसके चलते मनोहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आऊट डोर में उपचार के लिए पिछले एक सप्ताह से मरीजों का आना जारी है. वहीं, आंशिक रूप से बीमार मरीजों को जांच के उपरांत दवा दी जा रही है, जबकि गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को वार्ड में भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है.
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मौसमी बीमारी से ग्रसित मरीज खान-पान में बरते सावधानी : डॉ. कन्हैयालाल उरांव
इधर, एक सप्ताह से मौसमी बीमारी से ग्रसित मरीजों में बढ़ोतरी हुई है. इसका मुख्य कारण खान-पान व अपनी दैनिक दिनचर्या में सावधानी नहीं बरतना है. ज्यादातर मरीजों में देखा गया है कि उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, सिर दर्द, बदन-हाथों में दर्द के अलावा उल्टी व दस्त होना है. यें मौसमी बीमारी के लक्षण है. क्योंकि मनोहरपुर का सारंडा मलेरिया जोन घोषित है.
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इस मौसम में मलेरिया मच्छरों का बढ़ जाता है प्रकोप
इस मौसम में मलेरिया मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है. मलेरिया बुखार से बचने के लिए मच्छरदानी, स्वच्छ पानी, ताजा व पौष्टिक भोजन इत्यादि की उपयोगिता बरतने की जरूरत है, नहीं तो यह बीमारी जान पर बन जाती है. विदित हो कि स्वास्थ्य विभाग जहां सारंडा के प्रभावित क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से हेल्थ कैंप लगाकर मलेरिया जांच व मौसमी बीमारी से पीड़ित मरीजों को दवा उपलब्ध करा रही है. वहीं, मलेरिया से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक भी किया जा रहा है.
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