Dhanbad: धनबाद के लोग रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे मंत्रालय से गुहार लगा रहे हैं. उनका कहना है कि धनबाद जैसा रेल मंडल, जो पूरे देश में सबसे ज़्यादा राजस्व देने वालों में गिना जाता है, आज गंभीर उपेक्षा का शिकार होते जा रहा है.
धनबाद से चलने वाली कई लोकप्रिय स्पेशल ट्रेनें लगातार बंद की जा रही हैं. स्थानीय संगठनों का आरोप है कि कई ट्रेनों को नियमित करने के लिए प्रस्ताव भेजे गए, रेक की सुविधा मौजूद है, समय-स्लॉट भी उपलब्ध हैं - लेकिन रेलवे बोर्ड की तरफ से कोई सकारात्मक कदम नहीं दिख रहा.
जिन ट्रेनों को नियमित करने का प्रस्ताव रुका हुआ है
. धनबाद–जम्मू तवी स्पेशल (03309/10)
. धनबाद–मुंबई LTT स्पेशल (03379/80)
. भुवनेश्वर–धनबाद स्पेशल (02832/31)
धनबाद–कोयंबटूर स्पेशल (वाया रांची) को अमृत भारत ट्रेन बनाने का प्रस्ताव भी लंबित.
इन ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने की मांग पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
अब तक कई अहम ट्रेनें बंद
. धनबाद–दिल्ली स्पेशल
. नई दिल्ली–धनबाद स्पेशल
. धनबाद–चंडीगढ़ स्पेशल
. कोयंबटूर–धनबाद स्पेशल (रांची होकर)
. धनबाद–मुंबई LTT स्पेशल भी अपनी आख़िरी यात्राओं पर है, जो CIC रूट से मुंबई जाने वाली अकेली ट्रेन है.
उधना–धनबाद स्पेशल (09039/40) भी जल्द बंद हो जाएगी.
धनबाद–कोयंबटूर स्पेशल (03679/80) की बुकिंग सिर्फ 3 जनवरी 2026 तक ही खुली है, उसके बाद का कोई अपडेट नहीं.
लोगों का सवाल है कि आखिर धनबाद जैसे महत्वपूर्ण और आर्थिक रूप से मजबूत रेल मंडल के साथ ऐसा व्यवहार क्यों हो रहा है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जल्द ध्यान नहीं दिया, तो धनबाद की रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित होंगी.
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