ने 12वीं कक्षा में गणित, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान (PCM) विषय में अध्ययन की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. AICTE ने यह निर्णय "विविध पृष्ठभूमि" से इंजीनियरिंग के अध्ययन के लिए आने वाले छात्रों को राहत देने के लिए लिया है. ये भी पढ़ें- Lagatar">https://lagatar.in/lagatar-exclusive-earning-crores-from-unique-engineering-4/36561/">Lagatar
Exclusive : अनोखी इंजीनियरिंग से करोड़ों की कमाई – 4
14 सब्जेक्ट्स में से 3 में होना होगा पास
एआईसीटीई के इस फैसले के बाद अब इस साल से 12वीं में भौतिकी, गणित व रसायन विज्ञान की पढ़ाई नहीं करनेवाले विद्यार्थी भी इंजीनियर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं. एआईसीटीई के संशोधित नियमों के अनुसार छात्रों को बीटेक की प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास करना होगा. साथ ही 14 विषयों की सूची में से तीन विषयों में पास होना आवश्यक होगा. एआईसीटीई ने संशोधित नियमों में भौतिकी, गणित, रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, जीव विज्ञान, इनफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस, जैव प्रौद्योगिकी, तकनीकी व्यावसायिक विषय, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, व्यावसायिक अध्ययन, अंत्रप्रेन्योरशिप विषयों को अपनी सूची में शामिल किया है. ये भी पढ़ें- लोकेश">https://lagatar.in/lokesh-chaudhary-filed-bail-plea-accused-in-agarwal-brothers-murder-case/36382/">लोकेशचौधरी ने दायर की जमानत याचिका, अग्रवाल बंधु हत्याकांड में है आरोपी
12वीं में गणित और भौतिकी विषय की अनिवार्यता खत्म
वैसे विद्यार्थी जो विविध पृष्ठभूमि से आयेंगे, विश्वविद्यालय उनके लिए उपयुक्त पाठ्यक्रम जैसे गणित, भौतिकी, इंजीनियरिंग ड्राइंग इत्यादि पेश करेगा. अभी तक बीई, बीटेक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा में गणित और भौतिक विषय लेना जरूरी होता था. अब इसकी अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है. एआईसीटीई की नयी रूल बुक के अनुसार इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स एवं तकनीकी कॉलेजों में दाखिले के लिए 12वीं में गणित और भौतिक विषय की अनिवार्यता नहीं रहेगी. शैक्षणिक वर्ष 2020-21 से विविध पृष्ठभूमि के छात्र भी इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे.भविष्य को देखते हुए किया है फैसलाः पूनिया
आएआईसीटीई के उपाध्यक्ष एमपी पूनिया ने बताया कि हमने भविष्य को ध्यान में रखते हुए एनईपी के साथ अपने नियमों को जोड़ दिया है. उदाहरण के लिए यह वाणिज्य पृष्ठभूमि के एक छात्र को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए सक्षम बनायेगा, बशर्ते कि वह नियमों में सूचीबद्ध 14 विषयों में से किसी तीन में उत्तीर्ण हो. ये भी पढ़ें- भारत">https://lagatar.in/india-is-no-longer-a-democratic-country-rahul-gandhi-cited-freedom-house-and-v-democracy-report/36555/">भारतलोकतांत्रिक देश नहीं रहा, राहुल गांधी ने फ्रीडम हाउस और वी-डेमोक्रेसी की रिपोर्ट का हवाला दिया

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