ने दी केंद्र सरकार को चेतावनी, धनबाद की जनता उठाएगी कठोर कदम
छठी बार सफल हुआ
तिरंगा झंडा ड्रोन से फहराते ही पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. अकबर ने बताया कि 2015 में उर्दू से ग्रेजुएशन किया था. ग्रेजुएशन के दौरान ही इंटरनेट के माध्यम से ड्रोन बनाने की प्रेरणा मिली. एक वर्ष पूर्व रिमोट से उड़ने वाला जहाज बनाया था. पर उसमें सफलता नहीं मिली. जहाज तो उड़ता था. पर वह बैलेंस नहीं बना पा रहा था और गिर जाता था. तब मैंने ड्रोन बनाने में उसके सामान का इस्तेमाल किया. 3 माह के अथक प्रयास के बाद ड्रोन बना लिया. इसमें भी 5 बार फेल होने के बाद छठी बार सफल हुआ. इसे भी पढ़ें- रांची">https://lagatar.in/ranchi-municipal-corporation-brainstorming-on-making-dpr-for-running-city-bus-in-ppp-mode/">रांचीनगर निगम : पीपीपी मोड में नगर बस चलाने का डीपीआर बनाने पर मंथन [wpse_comments_template]

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