Ranchi : केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में सोमवार को नयी दिल्ली में आयोजित बैठक में झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने हिस्सा लिया. शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड सहकारिता के क्षेत्र में एक पिछड़ा राज्य है.
इस राज्य को विशेष सहयोग की जरूरत है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को कई मामलों में नीतिगत हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है. बैठक में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहकारिता मंत्री मौजूद रहे.
एमपीएससी को आर्थिक मदद : मंत्री ने कहा कि राज्य में 4400 एमपीएससी कार्यरत हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं. उन्होंने केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय से इनमें से कुछ चुनिंदा एमपीएससी को आर्थिक रूप से मदद पहुंचाने की मांग की.
गोदाम निर्माण में सहयोग : शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड में भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए गोदाम का निर्माण आवश्यक है. उन्होंने केंद्रीय सहकारिता मंत्री से आग्रह किया कि पैक्स के द्वारा गोदाम निर्माण में 100 प्रतिशत का सहयोग करना चाहिए.
फसल के भंडारण क्षमता में वृद्धि : मंत्री ने कहा कि वर्तमान में देश में फसल के भंडारण क्षमता मात्र 14 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि धान की एमएसपी को लीगलाइज करना जरूरी है.देश भर में 8 लाख को-ऑपरेटिव सोसाइटी हैं लेकिन मात्र 1500 ही एसटी-एससी को-ऑपरेटिव सोसाइटी का संचालन हो रहा है. उन्होंने केंद्र सरकार से इनके लिए विशेष योजना चलाने का आग्रह किया.
ट्रेनिंग सेंटर का विकास : मंत्री ने कहा कि झारखंड के फुद्दी में ट्रेनिंग सेंटर का संचालन हो रहा है जिसे एनसीसीटी ट्रेनिंग सेंटर के रूप में विकसित किया जा सकता है. शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड तिलहन और दलहन के उत्पादन में बेहतर कर सकता है. इसके लिए नाफेड का झारखंड में रीजनल सेंटर स्थापित करना चाहिए.