Ranchi: लायन्स क्लब ऑफ रांची ग्लोबल द्वारा आज एक भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामाजिक जिम्मेदारी और लायनवाद के मूल्यों को भावपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम का आयोजन फ्लोरेंस कॉलेज ऑफ नर्सिंग, ईरबा के प्रांगण में किया गया, जो सेवा, नेतृत्व और हरित पहल का अद्भुत संगम बन गया.
कार्यक्रम की विशेषता
यह आयोजन दो ऐतिहासिक उपलब्धियों को समर्पित था
1. लायन एपी सिंह का इंटरनेशनल प्रेसिडेंट पद पर चयन.
2. पीएमजेएफ लायन संजय कुमार द्वारा डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में शपथ ग्रहण.
इन उपलब्धियों की स्मृति में वृक्षारोपण कर पर्यावरण और सेवा को एक साझा मंच पर लाया गया.
कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया क्लब के वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं शिक्षण संस्थान की निदेशक मंडली ने
- लायन मनोज कुमार मिश्रा – अध्यक्ष
- लायन संतोष अग्रवाल – सचिव
- लायन अल्तमश आलम– कोषाध्यक्ष
- डॉ शाहीन कौसर – निदेशक, फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस (मुख्य अतिथि)
- डॉ नजनीन कौसर – विशिष्ट अतिथि
इन सभी ने मिलकर छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया और हरित भारत की दिशा में योगदान देने का आह्वान किया.
विशेष पौधरोपण की श्रंखला
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात थी तीन प्रतीकात्मक पौधों का रोपण
पहला पौधा लायन एपी. सिंह के नाम
दूसरा पौधा PMJF लायन संजय कुमार के सम्मान में
तीसरा पौधा लायन शैलेश अग्रवाल, चार्टर अध्यक्ष, के जन्मदिवस की शुभकामना स्वरूप
छात्रों की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में 800 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. सभी ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण की रक्षा में अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया. छात्र-छात्राओं में उत्साह देखते ही बनता था, जो इस कार्यक्रम की सफलता का प्रमाण था.
वक्तव्य और संदेश
कार्यक्रम के दौरान लायन मनोज कुमार मिश्रा ने कहा कि आज का दिन सेवा, नेतृत्व और पर्यावरणीय चेतना का प्रतीक है. यह हरित भारत की ओर बढ़ते कदमों का साक्ष्य है. हम सभी को मिलकर इस धरती को हरा-भरा बनाना है.
मिशन 1.5 के तहत आयोजन
यह आयोजन ‘मिशन 1.5’ के अंतर्गत हुआ, जो ‘Lead to Serve, Serve to Lead’ के मूलमंत्र को साकार करता है. इस मिशन के जरिए लायन्स क्लब समाज में सेवा और नेतृत्व के मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है.
लायन्स क्लब ऑफ रांची ग्लोबल का यह वृक्षारोपण कार्यक्रम न केवल एक हरित पहल रहा, बल्कि यह नई पीढ़ी में सेवा भावना, पर्यावरणीय चेतना और नेतृत्व के गुणों को भी प्रोत्साहित करने वाला एक प्रेरणादायक कदम साबित हुआ.