- आंध्रप्रदेश से लौट रहे घाटशिला के मजदूरों को मलकानगिरी में पुलिस ने रोका था
Bahragora: आंध्र प्रदेश से झारखंड वापस लौट रहे 15 प्रवासी मजदूरों को पुलिस ने ओडिशा के मलकानगिरी में रोक लिया. बाद में पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी की पहल पर मजदूरों को छोड़ा गया. घाटशिला के रहने वाले प्रवासी मजदूरों को शुक्रवार सुबह ओडिशा के मलकानगिरी जिले में स्थित मोतू-ब्रिज चेकपोस्ट पर पुलिस ने रोक दिया था. ओडिशा में लागू पूर्ण लॉकडाउन की वजह से इन्हें वापस लौटाया जा रहा था. प्रवासी मजदूरों में से बांकी नामक एक युवक ने इसकी सूचना घाटशिला क्षेत्र की जिला पार्षद दिव्यानी मुर्मू को दी. जिला पार्षद ने इस मामले में पूर्व विधायक सह झारखंड प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से हस्तक्षेप का आग्रह किया. कुणाल षाड़ंगी ने सुबह लगभग साढ़े दस बजे संबंधित मामले को अपनी ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए ओडिशा पुलिस, झारखंड पुलिस सहित मलकानगिरी और जमशेदपुर के उपायुक्तों को सूचनार्थ टैग करते हुए मदद सुनिश्चित करने का अनुरोध किया.
पूर्व डीजीपी एमवी राव ने भी मदद की इच्छा जताई
कुणाल षाड़ंगी के ट्वीट पर झारखंड सरकार के पूर्व डीजीपी एमवी राव ने भी स्वतः संज्ञान लेकर जरूरी मदद पहुंचाने के लिए इच्छा जताई. उन्होंने मलकानगिरी में रोके गये प्रवासी मजदूरों में से किसी एक का फ़ोन नंबर उपलब्ध कराने का आग्रह किया ताकि उनतक मदद सुनिश्चित कराई जा सके. एमवी राव के साथ समन्वय बनाते हुए कुणाल षाड़ंगी ने उन्हें फ़ौरन फोन नंबर और अन्य जरूरी जानकारी उपलब्ध कराया. इसके लगभग एक घंटे के अंदर ही मलकानगिरी एसपी के ट्वीटर हैंडल द्वारा कुणाल षाड़ंगी को सूचित किया गया कि कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के निमित्त राज्य में लागू कठोर लॉकडाउन की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई. प्रवासी मजदूरों को आवश्यक पूछताछ एवं चिकित्सकीय जांच के लिए रोका गया था. बाद में सभी को जाने दिया गया.