Chandigarh: “फ्लाइंग सिख” कहे जाने वाले मिल्खा निर्मल सिंह का राजकीय सम्मान के साथ चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार किया गया. शुक्रवार रात लंबी मिल्खा सिंह का 91 साल की उम्र में निधन हुआ था. वे कोरोना से जिंदगी की रेस हार गये . कोरोना वायरस से संक्रमित होने के करीब एक महीने बाद 91 वर्षीय इस महान धावक का निधन हो गया. 18 जून की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे उन्होंने अंतिम सांसें ली. पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
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बीते दिनों मिल्खा की पत्नी की भी हुई थी मौत
1958 के कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन और 1960 के ओलिंपियन ने चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में अंतिम सांस ली. मिल्खा 20 मई को कोरोना वायरस की चपेट में आए थे. उनके पारिवारिक कुक को कोरोना हो गया था, जिसके बाद मिल्खा और उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का देहांत भी इसी हफ्ते कोरोना की वजह से हो गया था. मिल्खा सिंह ने 91वें साल में अपनी अंतिम सांस ली. वहीं निर्मल मिल्खा सिंह 85 वर्ष की थीं. वे अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके थे, क्योंकि वे खुद आईसीयू में भर्ती थे.