Ranchi: झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी प्रश्नकाल नहीं हो पाया. जनता के सवाल धरे गए. मंगलवार को भी सदन के अंदर और बाहर वोट चोर गद्दी छोड़, सूर्या हांसदा की सीबीआई जांच, अटल क्लीनिक और राज्यपाल के अधिकारों में कटौती का मामला गूंजता रहा. बुधवार को दिन के 11-07 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई.
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने हाथ में संविधान लिए कहा कि बाबा साहेब ने संविधान में वोट का अधिकार दिया. आज वोट चोर वोट की चोरी कर रहे हैं. तीसरे दरवाजे से वोट की चोरी कर सत्ता पर बैठना चाहते हैं. उसके बाद सत्ता पक्ष की ओर से वोट चोर गद्दी छोड़ और एसआइआर वापस लेने के नारे सदन में गूंजने लगे. इसके बाद विपक्ष भी नारा लगाते हुए वेल घुसा.
विपक्ष सूर्या हांसदा प्रकरण पर सीबीआई जांच, अटल क्लीनिक, रिम्स टू और राज्यपाल के अधिकारों में कटौती प्रकरण पर विरोध-प्रदर्शन करने लगा. इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
प्रदीप यादव ने फिर उठाया एसआइआर का मामला
सदन की कार्यवाही दोबारा दोपहर 12:04 बजे शुरू हुई तो प्रदीप यादव ने दोबारा एसआइआर का मुद्दा उठाया. कहा कि झारखंड सरकार लोकतंत्र की रक्षा करने वाली सरकार है. वोट के अधिकारों की रक्षा करने वाली सरकार है. इस पर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासियों की खतियानी जमीन छीनी जा रही है. उनकी भूमि वापस होनी चाहिए.
सूर्या हांसदा एनकाउंटर की सीबीआई जांच होनी चाहिए. सत्ता पक्ष के लोग एसआइआर का मुद्दा उठा कर डायवर्ट कर रहे हैं. डेमोग्राफी बदल रही है. इसकी कोई चिंता नहीं है. कोई आदिवासी एमएलए-एमपी नहीं बन पाएगा. आदिवासियों की कोई चिंता नहीं है.
इस पर संसदीय कार्यमंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सरकार संवेदनशील है. हंगामा होता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
स्पीकर ने की सदन चलाने की पूरी कोशिश
स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सदन चलाने की पूरी कोशिश की. उन्होंने बार-बार आग्रह किया कि सदन को चलने दें. प्रश्नकाल चलने दें. लेकिन विपक्ष और सत्ता पक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.
Leave a Comment