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मुस्लिम स्कॉलर मौलाना वहीदुद्दीन खान का कोरोना से निधन, पीएम मोदी ने शोक जताया

NewDelhi : प्रसिद्ध इस्लामिक स्कॉलर पद्म विभूषण से सम्मानित 96 साल के मौलाना वहीदुद्दीन खान का निधन होने की खबर है. वे कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे. उन्हें हाल ही में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बुधवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली. राष्ट्रपति कोविंद ने मौलाना वहीदुद्दीन को इसी साल देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया था. पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है. 

गांधीवादी विचारों के मुस्लिम विद्वान मौलाना वहीदुद्दीन देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाते थे.  मौलाना वहीदुद्दीन को हिन्दू-मुस्लिम सामंजस्य के पैरोकार थे. मौलाना वहीदुद्दीन इस्लाम में सुधार के पक्षधर थे. उन्हेंने  ट्रिपल तलाक के विरुद्ध आवाज उठायी थी.  

मुस्लिम समाज से अपील की थी कि बाबरी मस्जिद पर दावा छोड़ दें

मौलाना वहीदुद्दीन ने बाबरी मस्जिद पर मुस्लिम समाज से अपील की थी कि उन्हें अपना दावा छोड़ देना चाहिए. इस बात के लिए मुस्लिम समाज में उनकी भारी आलोचना भी हुई थी. मौलाना वहीदुद्दीन खान दिल्ली के निजामुद्दीन में रहते थे, उनका जन्म यूपी के आजमगढ़ जिले के बधारिया गांव में 1 जनवरी, 1925 के दिन हुआ था. वे गांधीवादी मूल्यों और शांतिप्रियता के लिए जाने जाते हैं,

पूरी दुनिया में उनकी इस्लामिक विद्वान के रूप में अपनी अलग पहचान थी. उन्होंने कुरान का बेहद आसान अंग्रेजी भाषा में अनुवाद किया था, वहीदुद्दीन ने कुरान पर एक टिप्पणी भी लिखी है. मोदी सरकार द्वारा प्रदान पद्म विभूषण सम्मान के अलावा उन्हें000 में वाजपेयी सरकार ने पद्म भूषण से  सम्मानित किया था.

http://lagatar.in/cpm-general-secretary-sitaram-yechurys-son-ashish-yechury-dies/53289/