gumla : गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड अंतर्गत ककड़ंपाठ पंचायत के ग्रामीणों ने हिंडाल्को की सहायक कंपनी NCPL पर अवैध रूप से बॉक्साइट खनन का आरोप लगाते हुए मंगलवार को गुमला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी स्थानीय निवासियों के बीच झूठे दस्तावेज तैयार कर जमीन विवाद खड़ा कर रही है, ताकि उसका फायदा उठाकर अवैध रूप से जमीन को लीज पर लिया जा सके.
ग्रामीणों ने बताया कि यह क्षेत्र वर्षों से आदिवासी बहुल रहा है, लेकिन अब यहां के असली भूमिधारियों को दरकिनार कर बाहरी लोगों को ज़मीन मालिक बताकर खनन शुरू करने की कोशिश की जा रही है. इससे गांव के सामाजिक ताने-बाने में दरार आ रही है और समुदायों के बीच तनाव बढ़ रहा है
बुनियादी सुविधाओं से अब भी वंचित हैं ग्रामीण : ककड़पाठ गांव में आज तक बिजली, पेयजल, सड़क और स्वास्थ्य केंद्र जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच पाई हैं. ग्रामीणों को राशन के लिए 35 किलोमीटर दूर टांगों गांव जाना पड़ता है, जबकि निकटतम अंचल कार्यालय 40 किलोमीटर और जिला मुख्यालय 80 किलोमीटर दूर है. स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में कई बार ग्रामीणों को जानलेवा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
जाति प्रमाण पत्र से भी वंचित हैं आदिवासी -सत्य प्रकाश हुरहुरिया : सामाजिक कार्यकर्ता सत्य प्रकाश हुरहुरिया ने बताया कि आदिवासी समुदाय के लोगों को आज भी जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल पाए हैं, जिसकी वजह से वे सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.वहीं उनकी जमीन से बड़े पैमाने पर बॉक्साइट खनन कर सरकार और कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं.
ज्ञापन सौंपने वालों में पास्कल मुंडा, सुप्रियान मुंडा, सिल्बनुस चौरांट, अनीता चौरांट, सिसका मुंडा, बरना मुंडी, अमरदीप मुंडा, संदीप मुंडा, सुमन मुंडा, रंजीत मुंडा और सत्य प्रकाश हुरहुरिया समेत कई ग्रामीण शामिल थे