New Delhi : राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि एक युवा मुस्लिम नेता के लिए देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना काफी मुश्किल है. इस वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने एक सवाल पर कहा कि निकट भविष्य में मुझे ऐसा होते हुए नहीं दिख रहा है. राज्यसभा से अपनी विदाई के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भावुक होने की घटना से बाद से आजाद काफी चर्चा में हैं. सदन में कई नेताओं ने उनको प्रधानमंत्री के रूप में देखने की बात कही थी. इस पर आजाद ने साफ तौर पर कहा है कि एक मुस्लिम नेता के लिए पीएम बनना काफी मुश्किल है.
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अगले कुछ दशक तक यह मुमकिन नहीं
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स अखबार को दिये एक इंटरव्यू में आजाद ने कहा कि वह अगले कुछ दशकों तक ऐसा होते हुए नहीं देख रहे हैं. समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखने की इच्छा जतायी थी. राज्यसभा में दिये गये अपने विदाई भाषण में आजाद ने अपने भारतीय मुसलमान होने पर फख्र करने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसा सौभाग्यशाली भारतीय मुस्लिम हूं, जो कभी पाकिस्तान नहीं गया. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर दुनिया में मुसलमानों को अपने देश पर गर्व करने की बात आयेगी, तो उनमें भारतीय मुस्लिम ही होंगे जो सबसे ज्यादा गौरवान्वित महसूस करेंगे.
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वादी में काली बर्फ गिरेगी तो बीजेपी में जाऊंगा
प्रधानमंत्री को संबोधन के बाद यह कयास लगाये जाने लगे थे कि गुलाम नबी आजाद आने वाले समय में भाजपा का दामन थाम सकते हैं. इससे जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हां, मैं भाजपा में शामिल होऊंगा, अगर कश्मीर की वादियों में काली बर्फ गिरेगी. दूसरे शब्दों में स्पष्ट रूप उन्होंने भाजपा में शामिल होने से इनकार कर दिया.