सत्र : सदन में हंगामा के बीच 11988 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश, कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक स्थगित)
अविश्वास प्रस्ताव का अपना महत्व, दरकिनार कर दूसरे विधेयकों पर चर्चा गलत
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है और इस पर लोकसभा में चर्चा शुरू होनी चाहिए. हमें संसद में किसी अन्य सरकारी कामकाज को लेकर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए. इस अविश्वास प्रस्ताव का अपना महत्व है और अगर सरकार इस पर चर्चा नहीं कराती है, अन्य विधेयक और नीतियां लाती है तो यह फिर संसद का अपमान है. ऐसा कभी नहीं हुआ था कि अविश्वास प्रस्ताव को दरकिनार कर दूसरे विधेयकों पर चर्चा करायी जाये. इसे भी पढ़ें : मॉनसून">https://lagatar.in/monsoon-session-bjp-mlas-protest-in-vel-on-local-policy-obc-reservation-as-soon-as-proceedings-start-again/">मॉनसूनसत्र : दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों का स्थानीय नीति, ओबीसी आरक्षण पर वेल में धरना
मणिपुर मुद्दे पर हंगामे के कारण पहले दिन से ही दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित
कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के अन्य घटक दल मॉनसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा कराये जाने की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे पर हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित रही है. कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच 26 जुलाई को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गयी थी. उस दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे. लेकिन अभी तक तारीख की घोषणा नहीं की गयी है. इसे भी पढ़ें : कैमूर">https://lagatar.in/big-accident-averted-in-kaimur-even-after-the-red-signal-the-train-kept-running-on-the-track-for-2-km/">कैमूरमें बड़ा हादसा टला, रेड सिग्नल के बाद भी 2 किमी तक ट्रैक पर दौड़ती रही ट्रेन [wpse_comments_template]
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