Ranchi : धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या कराने वाला कुख्यात अपराधी आशीष रंजन सिंह एनकाउंटर में ढेर हो गया. उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने बुधवार की रात आशीष को प्रयागराज जिले के शिवराजपुर चौराहा थाना शंकरगढ़ के पास मुठभेड़ में मार गिराया है.
आशीष के पास से एके 47, 9 एमएम की पिस्टल सहित अन्य हथियार बरामद किए गए हैं. वह मूलरूप से जेसी मालिक रोड धनबाद का निवासी है.
किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जाने वाला था
जानकारी के मुताबिक, आशीष अपने साथी के साथ शिवराजपुर चौराहा थाना शंकरगढ़ प्रयागराज के रास्ते किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जाने वाला था. इसकी सूचना पर एसटीएफ प्रयागराज की टीम अलर्ट हुई.
इंस्पेक्टर जेपी राय ने सिपाही प्रभंजन पांडेय, रोहित सहित अन्य के साथ शंकरगढ़ पहुंच कर घेराबंदी की. टीम ने पकड़ने का प्रयास किया तो आशीष ने टीम पर जान से मारने की नियत से एके 47 और पिस्टल से फायरिंग की.
इसके बाद एसटीएफ की टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की तो अपराधी आशीष गोली लगने से घायल हो गया. आनन फानन उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
कोयलांचल पर कब्जे की लड़ाई में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या उसके साथी आशीष ने करा दी थी
धनबाद मंडल कारा में दो साल पहले तीन दिसंबर 2023 को गैंगस्टर अमन सिंह की सुंदर यादव उर्फ रितेश यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. अमन सिंह नीरज सिंह हत्याकांड मामले में जेल में बंद था.
सीआईडी की जांच में खुलासा हुआ था कि कोयलांचल पर कब्जे की लड़ाई में अमन सिंह के साथी आशीष रंजन सिंह ने ही एक साजिश के तहत सुंदर यादव के साथ मिलकर जेल के अंदर अमन सिंह की हत्या करा दी थी.
अमन सिंह अपने आपराधिक सहयोगी आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह, रिंकू सिंह उर्फ धमेन्द्र सिंह, विकास बजरंगी, सतीश कुमार उर्फ सतीश गांधी, चंदन यादव, अमर रवानी, शहजाद कुरैशी, बंटी उर्फ धनु शर्मा के सहयोग से रंगदारी वसूलता था. सभी एक ही गिरोह के सदस्य थे.
रिंकू सिंह अमन सिंह का प्रारंभिक गुरु रहा है. बाद में अमन सिंह ने कई संगीन अपराध करके और करवाकर खुद अपना वर्चस्व बना लिया था. इसके बाद वह अपने नाम से दहशत फैलाकर अपने गुर्गों के माध्यम से रंगदारी वसूलने लगा था. जिस कारण उसकी और आशीष के बीच विवाद बढ़ गया था.
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