Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लद्दाख के प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता और शिक्षाविद् सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा है कि उम्मीद की एक और किरण सलाखों के पीछे... जल - जंगल - जमीन, भाषा - संस्कृति - अधिकार की रक्षा एवं देश के लिए समर्पित एक और मजबूत आवाज को गुमनाम बनाने के लिए किए जा रहे षड्यंत्रों पर पूरे देश की नजर है.
बताते चलें कि उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में विचारधारा की नई लड़ाई शुरू हो गई है. वांगचुक की आवाज को दबाने के प्रयासों के खिलाफ कई लोग आवाज उठा रहे हैं.
सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की वजह
सोनम वांगचुक को लद्दाख में भड़की हिंसा के बाद गिरफ्तार किया गया था. उन्हें राजस्थान के जोधपुर केंद्रीय कारा में नजरबंद कर दिया गया है. गृह मंत्रालय का आरोप है कि वांगचुक ने अपने भाषणों में अरब स्प्रिंग और नेपाल के जेन जी प्रदर्शनों का हवाला देकर भीड़ को भड़काया था.
बताते चलें कि वांगचुक की गिरफ्तारी पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं. क्षेत्रीयता के समर्थकों में केंद्र की भाजपा सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ रहा है. कई राजनीतिक दलों ने वांगचुक की गिरफ्तारी को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है और केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
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