Ranchi : आज चाणक्य बीएनआर में पंचायत उन्नति सूचकांक (PAI - 2.0) पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य के पंचायती राज विभाग की निदेशक राजेश्वरी बी. ने की. कार्यक्रम में विभाग के उपनिदेशक शैलेश कुमार और अपर सचिव शैल प्रभा कुजूर भी उपस्थित रही.
कार्यशाला की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, उसके बाद निदेशक राजेश्वरी बी. को शॉल और पौधा देकर सम्मानित किया गया. इस आयोजन का उद्देश्य पंचायत स्तर पर उन्नति और कार्यों में सुधार के लिए अधिकारियों को प्रोत्साहित करना था.
स्वागत भाषण में उपनिदेशक शैलेश कुमार
कार्यशाला में उपनिदेशक शैलेश कुमार ने स्वागत भाषण दिया. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम राज्य का नाम देशभर में प्रतिष्ठित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. आपने जो कार्य किए हैं, वे प्रशंसनीय हैं. हालांकि कुछ चुनौतियां हैं जिन्हें इस कार्यशाला के माध्यम से उजागर कर उनके समाधान की कोशिश की जाएगी ताकि झारखंड का नाम और ऊंचा किया जा सके.
कार्यशाला में सम्मानित अधिकारी
इस अवसर पर पांच जिलों, पांच प्रखंडों और पांच पंचायतों के अधिकारियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. इन अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पंचायत विकास में विशेष योगदान दिया है. सम्मानित अधिकारियों को प्रमाण पत्र, शॉल और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया.
PAI 1.0 संस्करण का विमोचन
कार्यशाला में पंचायती राज निदेशक राजेश्वरी बी. और अपर सचिव शैल प्रभा कुजूर ने पंचायत उन्नति सूचकांक (PAI - 1.0) का नवीनतम संस्करण भी विमोचित किया. इसके बाद एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम, धनबाद और जामताड़ा जिलों के जिला परिषद और DDC को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. इसके अलावा, पश्चिमी सिंहभूम, पाकुड़, पूर्वी सिंहभूम और जमताड़ा के पंचायत समिति प्रमुख और BDO को भी सम्मानित किया गया.
सम्मानित पंचायत प्रमुख
कार्यक्रम में कोटिगढ़ (नोआमुंडी, पश्चिमी सिंहभूम), चिलरा (पथरगामा, गोड्डा), राजपुखर (पाकुरीया, पाकुर), खजुरी (कुंधित, जमतारा), मनासमुरिया (बहरागोड़ा, पूर्वी सिंहभूम) और गोदाबांदा के पंचायत प्रमुख और BDO को भी सम्मानित किया गया.
PAI पर प्रस्तुतिकरण और जानकारी
कार्यशाला के दौरान PAI के विषय में जागरूकता फैलाने के लिए एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई. इसके बाद पंचायत राज विभाग के आदित्य रंजन और अरशद अंसारी ने PAI के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति दी. उन्होंने बताया कि PAI क्या है, इसका उद्देश्य क्या है, और यह सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) जैसे शिक्षा, पर्यावरण और अन्य संबंधित क्षेत्रों में किस प्रकार योगदान करता है.
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लक्ष्यों को प्राप्त करने में चुनौतियां आई लेकिन उन्हें 17 विभिन्न भागों में विभाजित करके अलग-अलग विभागों के माध्यम से यह कार्य पूरा किया गया.
लोहरदगा के DDC दिलीप सिंह शेखावत ने बताया कि लोहरदगा जिले ने PAI में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. हालांकि 59% परिणाम के साथ इसे और बेहतर करने के प्रयास जारी रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि डेटा प्रबंधन में सुधार की आवश्यकता है ताकि पंचायतों के कार्यों को और प्रभावी तरीके से ट्रैक किया जा सके. इसके अलावा ग्राम सभा की बैठकें और पंचायत योजनाओं की जानकारी जनसामान्य तक सही रूप से पहुंचाने के प्रयासों को और बढ़ाने की आवश्यकता है.