स्थानीय नीति के बगैर नियुक्ति नियमावली का कोई मतलब नहीं
बैठक में कहा गया कि स्थानीय नीति के बगैर नियुक्ति नियमावली का कोई मतलब नहीं है. स्थानीय नीति मूल स्वरूप में राज्य की दिशा निर्देशक नीति है. सरकार को इस पर निर्णय लेने की जरूरत है.सरकार ने भाषा विवाद छेड़ दिया है
नियुक्ति नियमावली में मैथिली, भोजपुरी और अंगिका भाषा को जोड़ कर सरकार ने अनावश्यक विवाद छेड़ दिया है. इन भाषाओं को जो झारखंड मूल की नहीं है, उन्हें नियुक्ति नियमावली से हटाने कि बात कही गयी. कोर कमेटी की विस्तारित बैठक 10 फरवरी को प्रेस क्लब में होगी. आगे के निर्णयों के समर्थन एवं आंदोलन को सशक्त करने की चर्चा होगी.ये थे उपस्थित थे
डॉ. करमा उरांव, अंतु तिर्की, आजम अहमद, प्रेमशाही मुंडा, फूलचंद तिर्की, शिवा कच्छप, संजय तिर्की धर्म दयाल साहू आदि लोग उपस्थित रहे. इसे भी पढ़ें – PM">https://lagatar.in/17128-people-of-jharkhand-got-self-employment-in-10-years-in-pm-self-employment-generation-program/">PMस्वरोजगार सृजन कार्यक्रम में 10 साल में झारखंड के 17128 लोगों को मिला स्वरोजगार [wpse_comments_template]

Leave a Comment