Palamu : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने शनिवार को अपने इप्टा कार्यालय में नवंबर क्रांति दिवस मनाया. इस अवसर पर सोवियत क्रांति के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता सूर्यपत सिंह ने की. उन्होंने कहा कि 1917 में व्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व में रूस में तानाशाह जार की सत्ता को उखाड़ फेंका गया था. इस क्रांति ने पूरी दुनिया में आजादी और समानता की लहर पैदा की.
युवाओं को भी सोवियत क्रांति से सीख लेनी चाहिए
जिला सचिव सह डालटनगंज विस के पूर्व प्रत्याशी रूचिर कुमार तिवारी ने कहा कि रूस की नवंबर क्रांति ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को भी नई दिशा दी. भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, खुदीराम बोस, सुखदेव और राजगुरु जैसे अमर शहीदों ने इससे प्रेरणा लेकर अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया. उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को भी सोवियत क्रांति से सीख लेनी चाहिए, ताकि समाज में फैले भ्रष्टाचार और असमानता को खत्म किया जा सके.
किसानों-मजदूरों के लिए एकजुट होकर लड़ना होगा
राज्य कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र सिंह ने कहा कि लेनिन के नेतृत्व में हुई क्रांति मजदूरों और किसानों की थी, जो शोषण और अत्याचार के खिलाफ लड़ी गई थी. आज भी किसानों और मजदूरों की स्थिति चिंताजनक है, जिसे सुधारने के लिए एकजुट होकर प्रयास करना होगा. बैठक में राज्य परिषद सदस्य सुरेश ठाकुर, ललन कुमार सिन्हा, नसीम राइन, बबल राम सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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