Medininagar : पलामू जिले में कुष्ठ रोग की पहचान व उपचार सुनिश्चित करने के घर-घर कुष्ठ रोगी खोज अभियान शुरू किया गया है. अभियान 26 नवंबर तक चलेगा. यह जानकारी सिविल सर्जन डॉ अनिल श्रीवास्तव ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि अभियान में कुल 2260 दो सदस्यीय टीमें लगाई गई हैं. प्रत्येक टीम में एक पुरुष व एक महिला कर्मी शामिल हैं. 450 सुपरवाइजरों को अभियान की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है.
सिविल सर्जन ने बताया कि जिले की आबादी 24,66,577 है, जिसमें 1844 गांव और 4,77,895 घर शामिल हैं. टीमें घर-घर जाकर संदिग्ध मरीजों की पहचान करेंगी. उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग भी टीबी की तरह खांसने या छींकने से फैल सकता है. सबसे बड़ी चुनौती यह है कि प्रारंभिक अवस्था में इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते. जिससे मरीजों की पहचान में अक्सर चार से पांच वर्ष का समय लग जाता है.
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान चिह्नित संदिग्ध मरीजों को नजदीकी सीएचसी भेजा जाएगा.जहां मेडिकल ऑफिसर जांच कर पुष्टि करेंगे. पुष्टि होने पर मरीजों को निःशुल्क उपचार व आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
वर्तमान में जिला कुष्ठ कार्यालय में 160 मरीज सूचीबद्ध हैं. उन्हें प्रत्येक माह 500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है. उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग का प्रारंभिक चरण में उपचार पूरी तरह संभव है. देर होने पर यह बीमारी गंभीर रूप ले लेती है. इसलिए जिले भर में स्वास्थ्य टीमें सक्रियता और तत्परता के साथ अभियान में जुटी हुई हैं.
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