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पलामू :  एक दशक बाद भी चेडाबार पुल की सड़क से कनेक्टिविटी नहीं, अब कोयल नदी पर नये पुल को मंजूरी

Rewti Raman

Palamu :  कोयल नदी पर बने चेडाबार पुल की स्थिति दस साल बाद भी जस की तस बनी हुई है. वर्ष 2013–14 में ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल ने करोड़ों रुपये खर्च कर यह पुल तो बना दिया, लेकिन इसे मुख्य सड़क से जोड़ने का काम अब तक पूरा नहीं हो सका. वहीं दूसरी ओर इसी नदी पर एक नए पुल के निर्माण को मंजूरी मिल गई है. इससे लोगों में सवाल उठ रहा है कि नया पुल तो बनेगा, लेकिन पुराना चेडाबार पुल कब तक उपयोग में आएगा?

 

रेलवे लाइन बनी सबसे बड़ी रुकावट, आरओबी प्रस्ताव भी लंबित

चेडाबार पुल मेदिनीनगर और चैनपुर को जोड़ने के लिए बनाया गया था. पुल से करीब दो किलोमीटर आगे ही राष्ट्रीय राजमार्ग-75 पड़ता है, लेकिन बीच में रेलवे की मुख्य लाइन होने के कारण सड़क संपर्क अधर में अटका हुआ है. 

 

इस लाइन के ऊपर आरओबी (ओवरब्रिज) बनाने का प्रस्ताव भी तैयार हुआ, जिसे पलामू सांसद विष्णु दयाल राम द्वारा लोकसभा में उठाए जाने के बाद मंजूरी मिली. पहला टेंडर 72 करोड़ रुपये में जारी हुआ, पर कोई ठेकेदार आगे नहीं आया. साल 2024 में दूसरी बार 18 महीने की समय सीमा के साथ टेंडर निकाला गया, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है.

 

चैनपुर क्षेत्र के लिए नए पुल को मिली मंजूरी

इसी बीच डाल्टनगंज विधायक आलोक चौरसिया ने वीडियो जारी कर नए पुल बनने की स्वीकृति मिलने की जानकारी दी है. वीडियो में उन्होंने चैनपुर क्षेत्र में आवागमन को आसान बनाने के लिए कोयल नदी पर 64 लाख रुपये की लागत से नये पुल का निर्माण होने की बात कही है.

 

जानकारी के अनुसार, यह पुल पुराने शाहपुर पुल के नजदीक ही बनाया जाएगा, जिससे मेदिनीनगर और शाहपुर आपस में जुड़ पाएगा. उन्होंने कहा है कि यह पुल ग्रामीण आवागमन को बढ़ावा देगा.

 

पुराने पुल की हो रही उपेक्षा

स्थानीय लोगों ने कहा कि पुराने चेडाबार पुल की वर्षों से उपेक्षा की जा रही है. उनका कहना है कि नया पुल बनना स्वागत योग्य है. लेकिन पुराने पुल पर सड़क कनेक्टिविटी नहीं होने से करोड़ों रुपये की राशि बेकार पड़ी है. लोगों की मांग है कि पहले आरओबी निर्माण को प्राथमिकता दी जाये, ताकि दस साल से बंद पड़ा चेडाबार पुल इस्तेमाल लायक बन सके.

 

कनेक्टिविटी सुधरेगी तो लाखों लोगों को होगा फायदा

चेडाबार पुल के चालू होने से मेदिनीनगर–चैनपुर के बीच आवागमन सुगम होगा. साथ ही गढ़वा–पलामू की दूरी कम होगी और मेदिनीनगर शहर में जाम की समस्या भी काफी हद तक खत्म होगी. लोगों को उम्मीद है कि नये पुल के साथ-साथ पुराने पुल को चालू करने की दिशा में भी सरकार जल्द ठोस कदम उठाएगी.

 

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