Ara: जन अधिकारी पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन को रविवार की सुबह स्थानीय प्रशासन ने सदर अस्पताल का निरीक्षण करने से रोक दिया. सदर अस्पताल गेट के पास ही पप्पू यादव को अंदर जाने से रोक दिया गया. हालांकि जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन का कार्यक्रम एक दिन पहले से ही निर्धारित था. रविवार की सुबह सदर एसडीओ वैभव श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन की टीम पहले से वहां मुस्तैद थी. जैसे ही पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पप्पू यादव सदर अस्पताल के पास पहुंचे, उन्हें कोविड संक्रमण का हवाला देकर अंदर जाने से रोक दिया गया.
`अपनी कमियों को छिपा रही सरकार`
पप्पू यादव ने कहा कि आरा सदर अस्पताल में उन्हें जाने से रोकने के लिए जितनी मुस्तैदी सरकार ने कर रखी थी, अगर उतनी तत्परता स्वास्थ्य व्यवस्था को बहाल करने में दिखाई होती तो, हम बहुतों की जान बचा सकते थे. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल आरा में कोविड-19 के वार्डों के हालात बदतर हैं. तभी तो प्रशासन ने अपनी कमियों को छुपाने के लिए उन्हें अंदर जाने से रोक दिया. हालांकि हवाला कोविड प्रोटोकॉल का दिया गया.
`सदर अस्पताल की हालत खराब`
पप्पू यादव ने दावा किया कि अस्पताल में भर्ती मरीज चिल्ला चिल्ला कर हमसे कह रहे थे कि, अस्पताल में पानी नहीं है. बाथरूम जाने के लिए भी 10 रुपये देने पड़ रहे हैं. उन्होंने प्रशासनिक अमले पर तंज कसते हुए कहा कि आपके आका आम जनता को मरने के लिए मजबूर कर रहे हैं. जरा सोचिएगा यही आपके साथ हो तो आप क्या करेंगे ?
`अस्पताल की हालत सुधारे सरकार`
पप्पू यादव को तो यहां निरीक्षण करने से रोक दिया गया. लेकिन अगर कुव्यवस्था जारी रही तो किसी को नहीं बचा पाएगी ये सरकार और उनका प्रशासन. उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि बेहतर होगा कि आप अस्पतालों के हालात ठीक करें. मुझे वहां जाने की खुद भी जरूरत नहीं होगी.
पप्पू यादव का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का आरा सदर अस्पताल पहुंचने का कार्यक्रम पहले से निर्धारित था. एक दिन पहले ही पार्टी के नेताओं ने मीडिया को सूचित किया था कि जाप सुप्रीमो सुबह सात बजे आ रहे हैं. हालांकि इसे लेकर सुबह से ही पुलिस प्रशासन अलर्ट था.