Patna : बीरपुर (सुपौल) के जेल में जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सुबह 10 बजे से जेल की अव्यवस्था से नाराज होकर भूख हड़ताल शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि उनके पांव का ऑपरेशन हुआ है और मैं नीचे नहीं बैठ सकता. जेल में न पानी है, न वाशरूम, कमोड भी नहीं है. कोरोना काल में एंबुलेंस माफियाओं, दवा से काली कमाई करने वालों के खिलाफ मैं आवाज उठाता रहूंगा. मेरी लड़ाई जारी है. वे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल में भेजे गए हैं. मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाना में दर्ज अपहरण के एक मामले में मंगलवार को पूर्व सांसद को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. बता दें कि मधेपुरा में आधी रात को कोर्ट खोला गया और सुनवाई हुई. बिहार में लॉकडाउन में ऐसा पहली बार हुआ है कि लगभग आधी रात को कोर्ट खुला और सुनवाई की गयी.
न्यायिक दंडाधिकारी सुरभि श्रीवास्तव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केस को सुना और पप्पू यादव को रिमांड टू जेल का आदेश देते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बीरपुर (सुपौल) जेल भेज दिया. साथ ही बेहतर इलाज की व्यवस्था का भी आदेश जारी किया. रात में लगभग 12 बजे प्रशासन उन्हें लेकर बीरपुर जेल चला गया.
रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट खोला गया
इससे पहले मंगलवार को उन्हें पटना में गिरफ्तार किया गया था गिरफ्तार करने के बाद पप्पू यादव के समर्थकों के भारी विरोध के बीच उन्हें मधेपुरा ले जाया गया. खबरों के अनुसार रात के लगभग 10:50 बजे 30 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट लाया गया. जान लें कि पप्पू यादव की पेशी के लिए रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट खोला गया.
रात में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई
इस क्रम में कोर्ट के कर्मचारी कार्यालय पहुंचे, वहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्व सांसद की पेशी हुई. पेशी के दौरान उन्होंने कोर्ट के सामने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग की. पप्पू यादव की पेशी को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. लेकिन सैकड़ों समर्थक रात के अंधेरे में जगह-जगह डटे नजर आये.