NewDelhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोर्ड एग्जाम्स से पहले आज आज देश भर के स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स के साथ परीक्षा पर चर्चा पर की. राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए. परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में एग्जाम प्रेशर, टाइम मैनेजमेंट, स्मार्ट वर्क और हार्ड वर्क के अलावा बच्चों के तमाम सवालों के पीएम मोदी ने अपने अंदाज में जवाब दिये. पीएम मोदी ने बोर्ड एग्जाम से जुड़े प्रेशर से संबंधित सवालों के जवाब में चुनाव और क्रिकेट का हवाला दिया. बच्चों से कहा कि क्रिकेट में गुगली बॉल होती है. मुझे लगता है कि आप(छात्र) पहली ही बॉल में मुझे आउट करना चाहते हैं. कहा कि परिवार के लोगों को आपसे अपेक्षाएं होना बहुत स्वभाविक है, उसमें कुछ गलत नहीं है. लेकिन अगर परिवार के लोग सोशल स्टेटस के कारण अपेक्षा रख रहे हैं तो यह चिंता का विषय है.
‘Pariksha Pe Charcha’ is my exam too, crores of students are taking my test: PM Modi
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— ANI Digital (@ani_digital) January 27, 2023
There is a very thin line between criticism and obstruction. Parents must criticise in a constructive, positive way: PM Modi during ‘Pariksha Pe Charcha’ 2023 pic.twitter.com/mecNyljn3w
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#WATCH | PM Narendra Modi speaks on the issue of ‘cheating’ in examinations during ‘Pariksha Pe Charcha’ 2023 pic.twitter.com/5rsqxph6gJ
— ANI (@ANI) January 27, 2023
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आप अच्छा करेंगे तो भी हर कोई आपसे अच्छी अपेक्षा करेगा
परिवार के लोगों को लगता है कि जब सोसायटी में जायेंगे तो बच्चों के बारे में क्या बताएंगे. कभी-कभी मां-बाप भी आपकी क्षमताओं को जानने के बाद भी अपने दोस्तों से अपने बच्चों के बारे में बहुत बड़ी-बड़ी बातें बताते हैं और घर में आकर भी वही अपेक्षाएं करने लगते हैं.इस क्रम में कहा कि आप अच्छा करेंगे तो भी हर कोई आपसे अच्छी अपेक्षा करेगा. हम तो राजनीति में हैं कितने भी चुनाव जीत लें तो भी हमपर दबाव बनाया जाता है, हर चुनाव में बनाया जाता है. पलभर सोचिए जो चारों तरफ से कहा जाता है उसपर ही सोचेंगे या खुद के भीतर भी देखेंगे.
आपने क्रिकेट मैच देखा होगा. बैट्समैन के आते ही लोग स्टेडियम में चौका, छक्का चिल्लाने लगता है लेकिन खिलाड़ी का ध्यान बॉल पर ही होता है, वह फेंकी गयी बॉल के हिसाब से खेलता है. छात्रों से कहा कि आप भी अपनी एक्टिविटी पर फोक्स रहते हैं तो जो भी दबाव आपके ऊपर बनता है, आप उससे बाहर आ जायेंगे. समझाया कि हम कभी-कभी दबाव का विश्लेषण करते हैं. कभी-कभी अपेक्षाएं बड़ी ताकत बन जाती हैं. इसलिए अपनी क्षमताओं से कम भी खुद को आंकना नहीं चाहिए.
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पीएम ने बच्चों से कहा कि वह अपनी मां से सीख सकते हैं
Exam Time Management के जुड़े सवाल पर पीएम ने बच्चों से कहा कि वह अपनी मां से सीख सकते हैं. कहा कि छात्रों को मां की गतिविधियों से सीखना चाहिए. उदाहरण दिया कि जैसे ही आप स्कूल से आते हो सब रेडी मिलता है. स्कूल जाते समय सब रेडी मिलता है. मां का टाइम मैनेजमेंट कभी महसूस किया है?. उन्हें सब पता है, वो आयेगा तो क्या करेगा. मां करती रहती है. उन्हें मालूम है कि उन्हें इतने घंटे में यह करना है. एक्स्ट्रा टाइम में कुछ न कुछ करती है. अगर मां की गतिविधि पर ध्यान दोगे तो भी आप टाइम मैनेजमेंट पर काम कर सकोगे.
इस क्रम में उन्होंने टाइम मैनेजमेंट के सवाल पर आगे कहा कि सिर्फ परीक्षा के लिए नहीं वैसे भी जीवन में हमे समय के प्रबंधन के प्रति जागरूक रहना चाहिए. काम का ढेर इसलिए हो जाता है क्योंकि समय पर उसे नहीं किया. काम करने की कभी थकान नहीं होती, काम करने से संतोष होता है. काम ना करने से थकान होती है कि इतना काम बचा है.
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परीक्षा में Cheatings पर कहा
पीएम ने परीक्षा में Cheating से संबंधित सवाल पर कहा कि लोग चोरी तो पहले भी करते होंगे लेकिन अब तो बड़े गर्व से कहते हैं सुपरवाइजर को बुद्धू बना दिया. मूल्यों में बदलाव आ गया है. पीएम ने कहा कि सामाजिक सच पर हम सभी को सोचना होगा. ट्यूशन टीचर्स भी सोचें. ऐसे भी टीचर होते हैं तो बच्चों को नकल करने पर गाइड करते हैं. कुछ छात्र नकल करने के तरीके खोजने में भी बड़े क्रिएटिव होते हैं. ऐसे स्टूडेंट्स बड़े क्रिएटिव होते हैं. इसी समय को ये बच्चे सीखने में लगा देते तो शायद अच्छा करते.
पीएम मोदी ने कहा कि यह बात भी समझनी चाहिए कि समय बदल चुका है. आज डगर-डगर परीक्षाएं देनी होती हैं. नकल करने वाला आज तो निकल जायेगा लेकिन जिंदगी कभी पार नहीं कर पायेगा. नकल से जिंदगी नहीं बन सकती है. उन्होंने कहा कि जो बच्चे मेहनत करते हैं, उनसे कोई दो-चार नंबर ज्यादा ले आयेगा तो भी वो कभी आगे नहीं जा पायेगा. बच्चों से कहा कि हमें शार्ट कट की तरफ नहीं जाना चाहिए. आप शर्ट कट से खुद को मुक्त रखिए, आपको अच्छा परिणाम मिलेगा.
Smart Work और Hard Work की तुलना की
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग हार्ड वर्क ही करते रहते हैं, कुछ लोगों स्मार्टली हार्ड वर्क करते हैं. कौवे की कहानी भी हमें सिखाती है कि स्मार्टली हार्डवर्क कैसे करना है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे लोग हैं जो बहुत मेहनत करते हैं. कुछ लोगों के लिए कड़ी मेहनत उनके जीवन के शब्दकोश में मौजूद नहीं है. कुछ मुश्किल से स्मार्ट वर्क करते हैं और कुछ स्मार्ट तरीके से हार्ड वर्क करते हैं. हमें इन पहलुओं की बारीकियों को सीखना चाहिए और परिणाम पाने के लिए Smart Work करें
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