Ramgarh: जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर पर बसा दुर्गी बस्ती का कुल आबादी लगभग 5,000 की है. वहीं इस गांव में कुल आबादी के मद्देनजर पांच पीडीएस दुकान स्थित है. जिसके अंतर्गत चमेली सहायता समूह में कुल 76 कार्ड धारी, उजाला सहायता समूह में 97 कार्ड धारी, राजेंद्र प्रसाद के पास 70 कार्ड धारी, मंत्री पैक्स में लगभग ढाई सौ कार्ड धारी और सहेली महिला मंडल में कुल 100 कार्डधारी हैं. सहेली महिला मंडल की बात करें तो कुल 100 कार्ड धारियों में 90 लाभुकों का गुलाबी कार्ड, 10 लाभुकों का पीला कार्ड है. जबकि इस पीडीएस दुकान में ग्रीन कार्ड धारी एक भी नहीं है. पीडीएस दुकान से गुलाबी कार्डधारी लाभुकों को प्रति व्यक्ति 6 किलो चावल और 4 किलो गेहूं दिया जा रहा है. वहीं पीला कार्ड धारियों को 35 किलो चावल और गेहूं मिल रहा है.
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ओटीपी के माध्यम से लाभुकों मिल रहा अनाज
पीडीएस की संचालिका ने बताया कि दुकान में स्टॉक उपलब्ध नहीं है. प्रत्येक माह जो अनाज मिलता है उसे बांट दिया जाता है. इस पीडीएफ दुकान में मोबाइल ओटीपी के माध्यम से लाभुकों को अनाज दिया जा रहा है. वहीं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गुलाबी और पीला कार्ड धारियों को मिलने वाले पांच 5 किलो का मुफ्त अनाज भी मिल रहा है. दुर्गी गांव के लोगों का कहना है कि कोरोना काल के समय पीडीएस दुकानों से मिलने वाले अनाज आज उनके लिए वरदान साबित हो रहा है.
गांव के 5 डीलरों में 2 पर हेराफेरी का आरोप
लॉकडाउन में गरीबों का हाल बेहाल है. कामकाज ठप पड़ा हैं. ऐसे में प्रत्येक दिन कमाने खाने वाले लोगों के समक्ष कई तरह की परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं. पीडीएस से मिलने वाले अनाज के सहारे ही आज ग्रामीण अपने और अपने परिवार का जीवन बसर कर रहे हैं. हालांकि कुछ ग्रामीणों ने बताया कि गांव के 5 डीलरों में दो डीलर ऐसे भी हैं जो गरीबों के निवाला को घोटाला करने में लगे रहते हैं. और तो और पीडीएस दुकानों के द्वारा अनाज के वजन की भी हेराफेरी की जाती है.