विश्वविद्यालय में प्रश्नपत्र बंटने के एक घंटे बाद रद कर दी गई यूजी सेमेस्टर-6 की परीक्षा
2007 में हुआ था नयी बिल्डिंग का शिलान्यास
नयी बिल्डिंग का शिलान्यास 2007 में हुआ था, बनने की प्रक्रिया में ही अस्पताल को हैंड ओवर करने के लिए छह बार समय भी दिया गया, लेकिन अब तक न तो यह अस्पताल पूरी तरह बनकर तैयार हो पाया है और न ही इसे हैंड ओवर किया गया है. भवन के शिलान्यास के 10 साल बाद अगस्त 2017 में 200 बेड का उद्घाटन किया गया था. इसे भी पढ़ें-सिविल">https://lagatar.in/jharkhand-govt-will-give-free-coaching-youth-weaker-section-preparing-civil-service-starting-latehar/">सिविलसेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे कमजोर वर्ग के युवाओं को मुफ्त कोचिंग देगी झारखंड सरकार, लातेहार से शुरुआत
हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी हैंड ओवर नहीं
हाईकोर्ट ने 28 नवंबर 2017 को सदर अस्पताल भवन का काम पूरा कर हैंड ओवर करने का निर्देश दिया था. विलंब हुआ तो उच्च न्यायालय में वाद दायर किया गया. फिर हाईकोर्ट ने दिसंबर 2018 तक निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. काम फिर भी पूरा नहीं हुआ. इसके बाद एक बार फिर डेडलाइन तय करते हुए हैंड ओवर की तारीख 28 फरवरी 2019 तय की गयी. 2020 में भी काम पूरा करने के लिए दो-तीन बार समय दिया गया. इस साल पहले 30 जून, फिर आखिरी बार सरकार ने कंपनी को सितंबर 2021 तक काम पूरा करने का समय दिया था, लेकिन काम पूरा नहीं हो सका है. इसे भी पढ़ें-मुजफ्फरपुर:">https://lagatar.in/muzaffarpur-polling-booths-built-in-dilapidated-buildings-in-many-villages-in-panchayat-elections/">मुजफ्फरपुर:पंचायत चुनाव में जर्जर भवन में बना दिया पोलिंग बूथ, वोटर परेशान
167.56 करोड़ का एग्रीमेंट किया गया था
सदर अस्पताल के 500 बेड वाले भवन के निर्माण के लिए 167.56 करोड़ का एग्रीमेंट किया गया था. देर होने के कारण राशि बढ़कर 308 करोड़ पहुंच चुकी है और अब तक निर्माण का काम भी पूरा नहीं हो सका है. इसे भी पढ़ें-सिंहभूम">https://lagatar.in/singhbhum-chamber-sought-permission-from-dc-to-open-shops-till-10-pm/">सिंहभूमचैम्बर ने डीसी से रात 10 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति मांगी
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