- जब काबा में गैर मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित, तो बाबा मंदिर में कैसे घुस गये इरफान : बीजेपी
- आखिर मधुपुर उपचुनाव के वक्त ही इरफान में क्यों हुई बाबा के प्रति इतनी भक्ति
Madhupur: कोरोना से पूरे राज्य में हाहाकार मचा है, लेकिन संकट के इस दौर में मानवीय संवेदनाओं का गला घोंट कर जनता के रहनुमा बनने वाले नेता ओछी राजनीति करने में व्यस्त हैं. दलों और प्रत्याशियों को कैरेक्टर सर्टिफिकेट बांटते-बांटते इन नेताओं ने अब भगवान को भी राजनीति में घसीट लिया है. जामताड़ा के कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर द्वादश ज्योतिर्लिंग की पूजा कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है.
वैसे तो इतने सालों में इरफान अंसारी को बाबा बैद्यनाथ की याद नहीं आई. कभी मंदिर में जाकर भगवान का दर्शन नहीं किया, लेकिन मधुपुर उपचुनाव को लेकर जब देवघर का सियासी पारा गर्म है तब उन्होंने यह काम किया है. इरफान अंसारी का तर्क है कि वसुधैव कुटुंबकम को स्थापित करना उनका लक्ष्य है. वह भोलेनाथ के सच्चे भक्त हैं इसलिए मंदिर में जाकर पूजा की, लेकिन सवाल ये है कि आखिर उपचुनाव के वक्त ही क्यों इरफान में बाबा के प्रति इतनी श्रद्धा पैदा हो गई.
गैर हिंदू का बाबा मंदिर में घुसना जायज नहीं : गंगा नारायण
उधर बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में एक मुस्लिम विधायक के पूजा करने के बीजेपी के अंदर आक्रोश भड़क गया. बीजेपी नेताओं ने इरफान अंसारी के खिलाफ मोर्चा खोलकर आग उगलना शुरू कर दिया है. मधुपुर से बीजेपी के प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह ने सोशल मीडिया में एक फोटो पोस्ट कर कहा कि धार्मिक आस्था के मुताबिक काबा में किसी गैर मुस्लिम का प्रवेश वर्जित है. फिर बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में एक मुस्लिम का प्रवेश जायज है क्या?
उन्होंने कहा कि दिल्ली में इसी तरह एक मुस्लिम ने मंदिर में पूजा की तो मुसलमानों ने उसे नमाज पढ़ने से रोक दिया और कहा कि जाओ अब घंटा बजाओ. अपने धर्म को बचाए रखना हर हिंदू भाई की जिम्मेदारी है.
निशिकांत को मिला मौका, इरफान पर खूब बरसे
इरफान अंसारी के घोर विरोधी बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे तो बस ताक में रहते हैं कि वो कब इरफान को घेरें और इरफान ने मौका दे दिया. हिंदू वोटरों को अपने पक्ष में करने का इससे बढ़िया मौका और कब मिलेगा. निशिकांत ने सोशल मीडिया में इरफान अंसारी का विरोध करते हुए लिखा कि ‘’आज बाबा बैद्यनाथ के गर्भगृह में कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने पूजा की. धार्मिक आस्था के मुताबिक काबा में किसी गैर मुस्लिम का प्रवेश वर्जित है. क्या बाबा बैद्यनाथ के गर्भगृह में किसी मुस्लिम का प्रवेश करना जायज है? फैसला आपका है.‘’
बीजेपी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से की शिकायत
देवघर में लगी यह आग रांची तक फैल गई. बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत कर दी. बीजेपी ने कहा कि इरफान अंसारी ने न सिर्फ बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में पूजा अर्चना की, बल्कि वहां धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले बयान भी दिये. बीजेपी ने इरफान अंसारी पर रासुका उल्लंघन के लिए प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है.
आस्था को बनाया जा रहा चुनावी मुद्दा- इरफान अंसारी
उधर इरफान अंसारी ने कहा कि आस्था को चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है. मुद्दा रोजगार और विकास का होना चाहिए. यह पवित्र नगर मेरे बाबा की है और इसके लिए मुझे किसी निशिकांत या बीजेपी के दूसरे नेता से बाबा के दर पर जाने के लिए इजाजत लेने की जरूरत नहीं है. हालांकि मामले को तूल पकड़ता देख इरफान बैकफुट पर भी आये. कहा कि अगर उनके बाबा भोलेनाथ के द्वार पर जाने से किसी की भावना को ठेस पहुंचती है तो वे सच्चे मन से उन सभी भोले भक्तों से माफी मांगते हैं.