Ranchi: बुडमु प्रखंड के बड़का साड़म गांव में परंपरागत पाहन के साथ स्वशासन पड़हा सरकार भारत के लोगों द्वारा मारपीट और जमीन कब्जा करने का गंभीर मामला सामने आया है. सोमवार को इस संगठन के महतो पद पर आसीन सुभाष खलखो ने सैकड़ों लोगों के साथ पाहन के खेत पर धावा बोल दिया और करीब तीन एकड़ में लगी धान की फसल काट ले गए. जब पाहन लालदेव पाहन (पिता स्व. बुधू पाहन) ने इसका विरोध किया, तो उन पर हमला कर दिया गया.
पाहन छोड़ो, जमीन छोड़ो की दी धमकी
पाहन लालदेव ने बताया कि यह भूमि पूर्वजों की खतियानी जमीन (खाता संख्या 123) है, जिस पर वे वर्षों से खेती करते आ रहे हैं. परंपरागत पाहन पूजा करते आ रहे हैं. यह भूमि उनके दादा स्व. साहेवा पाहन के नाम पर दर्ज है. खतियान में भी स्पष्ट उल्लेख है. फिर भी गांव के सुभाष उरांव, दुधिरूद्री टाना भगत, प्रमोद उरांव, शनिचरवा उरांव, मंगरा उरांव समेत सैकड़ों लोग खेत में घुस आए और धान काट लिए, विरोध करने पर मारपीट की.
स्वशासन पड़हा सरकार भारत चल रहा है बिना रजिस्ट्रेशन का
जब संवाददाता ने इस मामले पर सुभाष खलखो से बात की, तो उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया. स्वशासन पड़हा सरकार भारत का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है. यह संगठन पूरे भारत में चलता है. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने पाहन को खेती न करने की चेतावनी दी थी. बावजूद इसके, उन्होंने फसल बो दी थी. पीड़ित पाहन परिवार ने थाना बुडमु में लिखित शिकायत दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है.पाहन परिवार भय के साए में जी रहा है. संवाददाता से बातचीत के दौरान सुभाष खलखो ने खुली धमकी दी. कहा कि खबर वायरल हुआ तो भुगतना पड़ेगा.
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