Patna: एनएमसीएच के पीजी डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया है. वे लगातार सुरक्षा की मांग उठा रहे हैं, लेकिन इसका निदान अब तक नहीं निकला है. आपको बता दें कि पिछले सात दिनों में चिकित्सकों ने यहां तीसरी बार कार्य बहिष्कार किया है. नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बुधवार को सभी पीजी डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार कर दिया. यह फैसला बुधवार की सुबह एक मरीज की मौत के बाद आक्रोशित लोगों के हंगामें के बाद लिया गया. स्वास्थ्य कर्मियों के इस कदम से कोविड मरीजों की परेशानी बढ़ गई है.
अस्पताल में हंगामा के दौरान कुछ देर के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई. हालांकि समय रहते उसे दुरुस्त कर दिया गया. डॉक्टर अपनी सुरक्षा और इलाज के लिए आवश्यक संसाधनों की मांग कर रहे हैं. वे लगातार सुरक्षा की मांग उठा रहे हैं, लेकिन इनकी मांगों पर अबतक ध्यान नहीं दिया गया है. आपको बता दें कि एनएमसीएच में करीब 150 पीजी डॉक्टर हैं. यहां 5 सौ बेड वाले कोविड अस्पताल में में 370 मरीज भर्ती हैं. इनमें से अधिकांश मरीज लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन पर हैं. ऐसे में मरीजों के परिजन परेशान है.
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामचंद्र का कहना है कि तमाम घोषणाओं और आश्वासनों के बावजूद एनएमसीएच की स्थिति नहीं सुधर रही है. उन्होंने अस्पताल में पारा मिल्ट्री फोर्स तैनात करने, डॉक्टरों की कमी को दूर करने, जूनियर रेजिडेंट व नर्सों की बहाली और वार्ड ब्वॉय की संख्या बढ़ाने की मांग की है. अध्यक्ष ने कहा कि जब तक स्वास्थ्य मंत्री एवं प्रधान सचिव अस्पताल आकर व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करेंगे, तब तक पीजी डॉक्टर काम पर नहीं लौटेंगे.