New Delhi : भारत के मांस निर्यात सेक्टर के लिए एक अहम खबर है. खाड़ी देश ओमान ने भारत में जारी होने वाले आधिकारिक हलाल मीट सर्टिफिकेशन को मान्यता प्रदान कर दी है.
इस फैसले से भारतीय मांस और मांस उत्पादों के निर्यातकों को सीधे फायदा मिलेगा. कारोबार की राह पहले से भी कहीं ज्यादा आसान हो जायेगी. यह जानकारी वाणिज्य उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दी.
पीयूष गोयल ने कहा कि ईआईसी (निर्यात निरीक्षण परिषद) द्वारा जांच किये हुए किसी भी उत्पाद को अब ओमान बाजार में स्वीकार किया जायेगा.
उन्होंने कहा, ओमान को आगे परीक्षण की आवश्यकता नहीं होगी. साथ ही पीयूष गोयल ने कहा कि भारत उन देशों के साथ जुड़ रहा है जहां मांस और मांस उत्पादों के निर्यात के लिए हलाल प्रमाणीकरण अनिवार्य है.
पीयूष गोयल ओमान सीईपीए पर केंद्रित एक संवाददाता सम्मेलन में शुक्रवार को बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों से हम खाड़ी देशों को मौजूदा अनौपचारिक प्रक्रियाओं के बजाय औपचारिक हलाल प्रमाणित उत्पादों को स्वीकार करने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
पीयूष गोयल ने कहा कि ओमान में भारत के हलाल प्रमाणीकरण को मान्यता मिलने से परीक्षण और प्रमाणन के दोहराव में कमी आयेगी.लागत कम होगी. भारतीय निर्यातकों के लिए बाजारों तक पहुंचने में आसानी होगी.
ओमान से मिली इस मंजूरी के बाद अब भारत सरकार की नजर उन 55 इस्लामिक देशों पर है, जहां हलाल सर्टिफिकेशन अनिवार्य माना जाता है. पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार लगातार ऐसे देशों से बातचीत कर रही है, ताकि भारत के आधिकारिक हलाल सर्टिफिकेशन को वहां भी मान्यता मिल सके.
पीयूष गोयल ने कहा, भारत-ओमान सीईपीए के लिए बातचीत नवंबर 2023 में शुरू हुई थी. इस समझौते पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओमान यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किये गये. पीयूष गोयल और ओमान के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री क़ैस बिन मोहम्मद अल यूसुफ ने समझौते पर हस्ताक्षर किये.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.



Leave a Comment