Ranchi : तत्काल टिकट बुकिंग को लेकर IRCTC ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया है कि इस विषय में भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है. IRCTC का कहना है कि आधार-आधारित OTP व्यवस्था के चरणबद्ध लागू होने से यात्रियों को बड़ा लाभ मिला है और तत्काल टिकट पहले की तुलना में अब अधिक समय तक उपलब्ध हैं.हालांकि यात्रियों का कहना है कि वास्तविक स्थिति इससे बिल्कुल अलग है और तत्काल बुकिंग के दौरान उन्हें लगातार गंभीर तकनीकी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

यात्रियों का कहना है:
. तत्काल बुकिंग के समय, खासकर सुबह 10 से 11 बजे के, हर दिन एक जैसा पैटर्न देखने को मिलता है.
. 10:01 बजे ही सीट उपलब्ध न होने और लेनदेन रुक जाने का संदेश दिखता है.
. यात्री पूरा विवरण भरने के बाद Book Ticket पर क्लिक करते हैं, लेकिन सिस्टम “Please wait…” दिखाकर अटक जाता है. साथ ही कुछ मिनट बाद Internal Error बताकर लेनदेन असफल हो जाता है. आधार आधारित पहचान प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी न तो भुगतान आगे बढ़ता है और न ही टिकट बन पाती है.

OTP भेजने की प्रक्रिया में ही सिस्टम फ्रीज हो जाता है. भुगतान शुल्क दिखाई देता है, लेकिन आगे कोई विकल्प काम नहीं करता. जिसके बाद Session expire हो जाता है और वे अपने आप सिस्टम से बाहर हो जाते हैं.यात्रियों के अनुसार, यह कोई एक दिन की तकनीकी खराबी नहीं है, बल्कि हर दिन, हर शहर में और लगभग उसी समय (10-11 बजे) Tatkal बुकिंग के दौरान यही स्थिति देखने को मिलती है.

IRCTC के आंकड़ों पर सवाल
IRCTC ने बताया है कि 3.03 करोड़ User ID निष्क्रिय की गई हैं और 2.70 करोड़ User ID अस्थायी रूप से निलंबित की गई है. इन आकड़ों पर यात्रियों का कहना है, क्या ये सभी आम यात्री फर्जी थे?अगर नहीं, तो फिर व्यवस्था की मार आम यात्रियों पर ही क्यों पड़ रही है?

टिकट जल्दी Sold Out होने पर भी सवाल
कुछ यात्रियों के अनुसार, आम लोगों के लिए Tatkal टिकट 30-40 सेकंड में ही Sold Out हो जाती है.वहीं सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जैसे टेलीग्राम पर आज भी “Confirmed Tatkal” मिलने के दावे सामने आते हैं. यात्रियों का कहना है कि एजेंटों को अक्सर वही तकनीकी दिक्कतें नहीं झेलनी पड़तीं, जो आम यात्री झेलते हैं.
यात्रियों ने मांग की है कि उन्हें स्पष्टीकरण नहीं, बल्कि समाधान चाहिए.Tatkal के पीक ऑवर (10–11 बजे) की स्वतंत्र जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए. असफल Tatkal बुकिंग पर स्वचालित रिफंड और मुआवजा मिले. एजेंट सिस्टम पर पूरी तरह रोक लगाई जाए.

साथ ही यात्रियों ने IRCTC के misinformation वाले बात पर कहा है कि यह मामला भ्रामक जानकारी का नहीं, बल्कि सिस्टम की खामियों,पीक टाइम लोड प्रबंधन की विफलता और आम यात्रियों की अनदेखी से जुड़ा हुआ है. उनके अनुसार, Please wait… अब सिर्फ एक तकनीकी संदेश नहीं, बल्कि Tatkal टिकट बुकिंग की पहचान बन चुका है.
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